बेंगलुरु में युवती की हत्या, दामाद पर शक, पुलिस जांच में जुटी

बेंगलुरु, 29 सितंबर (आईएएनएस)। बेंगलुरु के उल्लाल इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 27 वर्षीय नर्स मंजू की संदिग्ध हालात में हत्या कर दी गई। मंजू के पिता परियास्वामी ने इस मामले में अपनी शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने अपने दामाद धर्मसीलन पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।
शिकायतकर्ता परियास्वामी (53 वर्ष), जो मूल रूप से तमिलनाडु के अलंगीर गांव के निवासी हैं, पिछले डेढ़ साल से अपनी पत्नी मणिमेगल और बेटी मंजू के साथ बेंगलुरु के सरकारी प्रेस लेआउट, उल्लाल मेन रोड पर रह रहे हैं। परियास्वामी राजमिस्त्री का काम करते हैं, जबकि उनकी पत्नी घरेलू काम करती हैं। मंजू, जो एक ए.एन.एम. नर्स थी, पिछले डेढ़ साल से पेंडॉक्स अस्पताल, मालागाला में सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक और शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक उल्लाल रोड स्थित एचडीएफसी बैंक बिल्डिंग में यूरो क्लिनिक में काम कर रही थी।
परियास्वामी की चार बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी प्रिया (28 वर्ष) विवाहित है और अपने पति के साथ रहती है। मंजू (27 वर्ष) की शादी 2022 में तमिलनाडु के पिन्नलवाड़ी गांव के रमेश के पुत्र धर्मसीलन से हुई थी। तीसरी बेटी कस्तूरी (23 वर्ष) कुवैत में नौकरी करती है, जबकि चौथी बेटी देविका (20 वर्ष) अपने पैतृक गांव में कॉलेज की पढ़ाई कर रही है।
शादी के बाद मंजू और धर्मसीलन एक साल तक पिन्नलवाड़ी में रहे। दो साल पहले धर्मसीलन दुबई चला गया, जिसके बाद मंजू बेंगलुरु लौट आई और अपने माता-पिता के साथ रहने लगी। एक महीने पहले धर्मसीलन दुबई से अपने गांव आया और मंजू को बेंगलुरु से पिन्नलवाड़ी बुला लिया। दोनों वहां दो महीने रहे। 15 दिन पहले मंजू फिर बेंगलुरु वापस आई और काम पर जाने लगी। तीन दिन पहले धर्मसीलन ने परियास्वामी को फोन कर बताया कि वह भी बेंगलुरु आ गया है और यहां काम शुरू कर रहा है।
28 सितंबर को रात 7 बजे परियास्वामी तुमकुरु से अपनी बहन के बेटे प्रशांत के साथ कार से बेंगलुरु लौटे। रात 8:30 बजे घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद परियास्वामी ने अपनी बेटी प्रिया को फोन किया। लगभग 9:30 बजे प्रशांत घर के मालिक से दूसरी चाबी लेकर दरवाजा खोला। अंदर का नजारा देखकर सभी सन्न रह गए। मंजू खाट पर पड़ी थी, उसकी गर्दन पर खून के थक्के थे और वह नायलॉन की रस्सी से पंखे से लटकती हुई दिखी। पास ही धर्मसीलन का शव भी रस्सी से लटका मिला।
परियास्वामी का कहना है कि दो हफ्ते पहले मंजू बेंगलुरु लौटी थी और काम पर जा रही थी। इस दौरान धर्मसीलन ने उसे काम छोड़ने के लिए कहा था। परियास्वामी ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि दोनों के बीच क्या हुआ, लेकिन प्रथम दृष्टया लगता है कि धर्मसीलन ने चाकू से मंजू की हत्या की और फिर खुद आत्महत्या कर ली।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लिया। प्रारंभिक जांच में हत्या और आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। परियास्वामी ने पुलिस से अनुरोध किया है कि हत्या और आत्महत्या के सही कारणों की जांच हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
परियास्वामी ने कहा, "मैं काम के सिलसिले में बाहर था। घर लौटने पर यह दर्दनाक मंजर देखा। मेरी बेटी का कातिल कौन है, यह जानना मेरे लिए जरूरी है।" परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
Created On :   29 Sept 2025 11:03 PM IST