राजनीति: भाजपा लोगों को धोखा देकर त्रिपुरा में सत्ता में आई विपक्षी नेता
अगरतला, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। त्रिपुरा के विपक्षी नेता जितेंद्र चौधरी ने सोमवार को कहा कि "भाजपा लोगों को धोखा देकर त्रिपुरा में सत्ता में आई और पिछले छह वर्षों से 'आम आदमी' को बेवकूफ बना रही है।"
दक्षिणी त्रिपुरा के बेलोनिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए माकपा नेता चौधरी ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्टों का हवाला दिया और कहा कि आजादी के बाद से भारत में बेरोजगारी अनुपात इस समय सबसे ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन विपक्षी दल टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) ने विपक्ष के वोटों का बंटवारा कर दिया, जिस कारण भाजपा पिछले साल मार्च में त्रिपुरा में दूसरी बार सत्ता में आई थी।
चौधरी माकपा के त्रिपुरा राज्य सचिव भी हैं, उन्होंने कहा, "अब लाखों आदिवासी लोगों को धोखा देते हुए टीएमपी आदिवासियों के कल्याण के लिए अपनी तथाकथित मांगों को भूलकर पिछले महीने भाजपा सरकार में शामिल हो गई।"
पूर्व मंत्री और लोकसभा सदस्य चौधरी ने कहा कि भाजपा को खुलासा करना चाहिए कि उसने मई 2022 में बिप्लब कुमार देब को मुख्यमंत्री पद से क्यों हटाया और अचानक माणिक साहा को सीएम नियुक्त किया।
देब राज्य कांग्रेस अध्यक्ष आशीष कुमार साहा के खिलाफ त्रिपुरा पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं, जो इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार भी हैं।
चौधरी ने कहा कि जब देब त्रिपुरा के मुख्यमंत्री थे तो "आतंकवाद के शासन" ने लोगों के जीवन को तबाह कर दिया था और उस दौरान (2018-2022) कानून का कोई शासन नहीं था।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और देशभर में भाजपा अपनी सरकारों के बारे में झूठा, मनगढ़ंत और विकृत प्रचार कर रही है, जिसका आम लोगों के अनुभव से कोई लेना-देना नहीं है।
चौधरी ने कहा, “यह संसदीय चुनाव सरकार बनाने के लिए नहीं है, यह भारतीय संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक संघर्ष है। सभी संवैधानिक संस्थानों को नियंत्रित करने के बाद भाजपा एक बार फिर सरकार पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है, हालांकि अधिकांश लोग उनका समर्थन नहीं करते और उनकी नीतियों और फैसलों का कड़ा विरोध करते हैं।”
आशीष कुमार साहा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'भाजपा के गुंडे' लोगों को इंडिया गठबंधन की चुनावी रैलियों और राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लेने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
पूर्व विधायक साहा ने कहा, "त्रिपुरा के लोग डर के मारे खुले तौर पर सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ कुछ नहीं कह रहे हैं, लेकिन वे त्रिपुरा की दो लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए सामूहिक रूप से वोट करेंगे।"
कांग्रेस नेता ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर सहित कई बुद्धिजीवियों के हवाले से कहा कि भाजपा संसदीय चुनाव में 200 सीटें भी पार नहीं करेगी।
पूर्व माकपा विधायक राजेंद्र रियांग आदिवासियों के लिए आरक्षित त्रिपुरा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह इंडिया गठबंधन के सर्वसम्मत उम्मीदवार हैं।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   8 April 2024 7:09 PM IST