व्यापार: 2024-25 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान रिपोर्ट

2024-25 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान  रिपोर्ट
कृषि क्षेत्र में सुधार और शुद्ध परोक्ष कर संग्रह में तेज बढ़ोतरी से वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। बार्कलेज द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

नई दिल्ली, 21 मई (आईएएनएस)। कृषि क्षेत्र में सुधार और शुद्ध परोक्ष कर संग्रह में तेज बढ़ोतरी से वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। बार्कलेज द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

बार्कलेज की भारत में मुख्य अर्थशास्त्री आस्था गुडवानी ने कहा, "फसल उत्पादन के अग्रिम अनुमान से संकेत मिलते हैं कि कृषि क्षेत्र में साल-दर-साल आधार पर सुधार होना चाहिए। हमें चौथी तिमाही में कृषि जीवीए के 5.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। तीसरी तिमाही में इसकी विकास दर 5.6 प्रतिशत रही थी।"

इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को घोषणा की थी कि देश का अनाज उत्पादन 2024-25 में 104 लाख टन बढ़कर 1,663.91 लाख टन पर पहुंच गया है, जो 6.83 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है।

उन्होंने कहा, "2023-24 में रबी फसल का उत्पादन 1,600.6 लाख टन था, जो अब 1,645.27 लाख टन हो गया है।"

बार्कलेज का अनुमान है कि परोक्ष कर संग्रह में तेज वृद्धि के कारण चौथी तिमाही में जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत रहेगी। पूरे वित्त वर्ष के लिए विकास दर 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

परोक्ष कर संग्रह में तेजी विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में मजबूती का संकेत देती है।

इससे पहले, मूडीज रेटिंग्स ने 2025 में भारत की विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था और कहा था कि 2026 में यह और बढ़कर 6.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी।

मूडी का अनुमान, आईएमएफ के अनुमान के करीब है, जिसने अपने अप्रैल अपडेट में 2025 में भारत के विकास दर के 6.2 फीसदी पर रहने की बात कही है।

हालांकि बार्कलेज और मूडीज दोनों के विकास अनुमान केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी 6.5 प्रतिशत के अनुमान से कम हैं। सीएसओ ने चौथी तिमाही में विकास दर 7.6 फीसदी रहने की बात कही है।

अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) में देश की जीडीपी विकास दर 6.4 प्रतिशत से 7.2 प्रतिशत के बीच और पूरे वित्त वर्ष में 6.3 से 6.4 प्रतिशत के बीच रहेगी।

आईसीआरए ने चौथी तिमाही के लिए 6.9 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष के लिए 6.3 प्रतिशत का विकास अनुमान जारी किया है। आईसीआरए की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, "वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में निजी उपभोग और निवेश गतिविधियों के ट्रेंड में उतार-चढ़ाव रहा। निवेश के मामले में कुछ योगदान टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं का भी था। सेवा क्षेत्र के निर्यात में दहाई अंक की वृद्धि दर जारी रही, जबकि वस्तु निर्यात में तीसरी तिमाही की तेजी के बाद गिरावट देखी गई।"

वित्त वर्ष 2024-25 और चौथी तिमाही के जीडीपी विकास दर के सरकारी आंकड़े 30 मई को जारी होंगे।

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Created On :   21 May 2025 9:01 PM IST

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