विज्ञान/प्रौद्योगिकी: जेपी मॉर्गन ने एचडीएफसी एएमसी को 'न्यूट्रल' रेटिंग दी, आने वाले समय में धीमी रह सकती है ग्रोथ

जेपी मॉर्गन ने एचडीएफसी एएमसी को न्यूट्रल रेटिंग दी, आने वाले समय में धीमी रह सकती है ग्रोथ
जेपी मॉर्गन ने सोमवार को एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एचडीएफसी एएमसी) की रेटिंग को ‘ओवरवेट’ से घटाकर ‘न्यूट्रल’ कर दिया। ब्रोकरेज फर्म ने रेटिंग घटाने के लिए धीमा इक्विटी प्रवाह और परिवारों के बीच परिसंपत्ति आवंटन की स्थिर प्रवृत्ति का हवाला दिया।

मुंबई, 16 जून (आईएएनएस)। जेपी मॉर्गन ने सोमवार को एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एचडीएफसी एएमसी) की रेटिंग को ‘ओवरवेट’ से घटाकर ‘न्यूट्रल’ कर दिया। ब्रोकरेज फर्म ने रेटिंग घटाने के लिए धीमा इक्विटी प्रवाह और परिवारों के बीच परिसंपत्ति आवंटन की स्थिर प्रवृत्ति का हवाला दिया।

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट प्राइस 5,000 रुपए पर अपरिवर्तित रखते हुए कहा है कि स्टॉक अपने वर्तमान स्तरों पर पहले से ही काफी सही कीमत पर है।

जेपी मॉर्गन के अनुसार, रिवाइज्ड आउटलुक के पीछे का कारण भारत की नॉमिनल जीडीपी वृद्धि लगभग 10-11 प्रतिशत और इक्विटी की ओर घरों के रुझान में निकट भविष्य में ठहराव होना है।

शेयर वर्तमान में वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए अपनी अनुमानित आय के क्रमशः 37 गुना और 33 गुना पर कारोबार कर रहा है।

ब्रोकरेज फर्म का मानना ​​है कि यह स्तर भविष्य की संभावनाओं का पहले से ही प्राइसइन कर चुका है। हालांकि, अनुकूल आर्थिक स्थितियों और कम मुद्रास्फीति के कारण पिछले कुछ वर्षों में म्यूचुअल फंड में इक्विटी प्रवाह स्थिर रहा है, लेकिन हाल के महीनों में इसमें कमी आनी शुरू हो गई है।

प्रॉफिट बुकिंग और बढ़ती निवेशक सावधानी के कारण मई में केवल 19,000 करोड़ रुपए का इक्विटी प्रवाह देखा गया, जो पिछले 12 महीनों में सबसे कम है।

सकारात्मक पक्ष यह है कि एसआईपी (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) प्रवाह मजबूत बना हुआ है और मई में 26,700 करोड़ रुपए का प्रवाह हुआ।

सक्रिय एसआईपी खातों की संख्या अब बढ़कर 85.6 मिलियन हो गई है। जेपी मॉर्गन इसे दीर्घकालिक निवेशक विश्वास के रूप में देखता है और मानता है कि यह स्थिरता उच्च मूल्यांकन को उचित ठहराती है।

डाउनग्रेड के बावजूद, जेपी मॉर्गन को अभी भी उम्मीद है कि एचडीएफसी एएमसी अगले तीन वर्षों में अपने प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) को सालाना 16 प्रतिशत की स्वस्थ दर से बढ़ाएगी।

फर्म का यह भी मानना ​​है कि एचडीएफसी बैंक के साथ एचडीएफसी के विलय से एएमसी को अपने वितरण चैनलों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, जिससे उम्मीद से बेहतर वृद्धि हो सकती है।

अगर ऐसा होता है, तो यह उनके मौजूदा पूर्वानुमान के लिए एक अपसाइड रिस्क भी पैदा कर सकता है।

जेपी मॉर्गन को उम्मीद है कि बेहतर लागत नियंत्रण की वजह से कंपनी का ईबीआईटी अगले तीन वर्षों में एयूएम के औसतन 37 आधार अंकों के आसपास रहेगा।

फिलहाल, एचडीएफसी एएमसी के एयूएम का लगभग 64 प्रतिशत हिस्सा इक्विटी में है, जो कि इसकी सबसे ज्यादा लाभ देने वाली संपत्ति श्रेणी है।

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Created On :   16 Jun 2025 2:52 PM IST

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