आतंकवाद: खालिस्तानी चरमपंथी और आतंकवादी पन्नू का करीबी 'गोसल' कनाडा में गिरफ्तार

खालिस्तानी चरमपंथी और आतंकवादी पन्नू का करीबी गोसल कनाडा में गिरफ्तार
आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी और दाहिना हाथ माने जाने वाला खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल को ओटावा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक हथियार रखने समेत कई आरोपों में ये गिरफ्तारी हुई है।

ओटावा, 22 सितंबर (आईएएनएस)। आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी और दाहिना हाथ माने जाने वाला खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल को ओटावा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक हथियार रखने समेत कई आरोपों में ये गिरफ्तारी हुई है।

जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद, गोसल अमेरिका स्थित खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के एक प्रमुख कनाडाई आयोजक के रूप में सुर्खियों में आया।

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक साल से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब उसे कनाडाई अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है।

गोसल को पिछले नवंबर में ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) के एक हिंदू मंदिर में हुई हिंसक घटना के सिलसिले में हिरासत में लिया गया था, जहां उसने कथित तौर पर हिंदू-कनाडाई श्रद्धालुओं पर हमला किया था।

बाद में उसे पील रीजनल पुलिस (पीआरपी) ने सशर्त रिहाई दी थी।

माना जाता है कि 36 वर्षीय यह व्यक्ति घोषित आतंकवादी और सिख्स फॉर जस्टिस के प्रमुख पन्नू का सबसे करीबी सहयोगी है, और उसके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के रूप में भी काम कर चुका है।

मूल रूप से पंजाब के रहने वाले अमेरिकी-कनाडाई नागरिक पन्नू को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने जुलाई 2020 में "आतंकवादी" घोषित किया था। उसके संगठन पर प्रतिबंध लगाए जाने और आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने के एक साल बाद ही यह कदम उठाया गया था।

भारत में अधिकारियों ने एसएफजे और पन्नू के खिलाफ 100 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से लगभग 60 अकेले पंजाब में दर्ज हैं।

गोसल की गिरफ्तारी भारत और कनाडा के द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की ओर सहयोगात्मक दृष्टिकोण की पृष्ठभूमि में हुई है, जिसमें आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए सहयोग भी शामिल है।

यह नई दिल्ली और ओटावा के बीच सामान्य राजनयिक गतिविधियों की हालिया बहाली के साथ भी मेल खाता है, जब 2023 में दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए थे। तब तत्कालीन कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था।

भारत ने सभी आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें "बेतुका" और "दुर्भावनापूर्ण" बताया था।

गुरुवार को, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और उनकी कनाडाई समकक्ष नथाली ड्रोइन ने नई दिल्ली में तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के उद्देश्य से व्यापक वार्ता की, जिसमें आतंकवाद और सुरक्षा सहयोग एजेंडे में प्रमुखता से शामिल रहे।

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Created On :   22 Sept 2025 3:49 PM IST

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