विज्ञान/प्रौद्योगिकी: 2026 में लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विस पर खर्च 14.8 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा रिपोर्ट

नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विस पर खर्च वैश्विक स्तर पर 2026 में 14.8 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2025 की तुलना में 24.5 प्रतिशत की वृद्धि है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
एलईओ सैटेलाइट ट्रेडिशनल सैटेलाइट टेक्नोलॉजी की तुलना में पृथ्वी के अधिक निकट परिक्रमा करते हैं, जिससे तेज कनेक्शन और कम विलंबता मिलती है।
गार्टनर के अनुसार, इससे वे हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड प्रदान कर पाते हैं और पारंपरिक स्थलीय नेटवर्क का पूरक बन पाते हैं। अगले कुछ वर्षों में 20 से अधिक एक्टिव एलईओ सैटेलाइट सर्विस प्रोवाइडर्स और 40,000 से ज्यादा सैटेलाइट के साथ, बाजार तेजी से विस्तार के दौर में प्रवेश कर रहा है।
गार्टनर के वरिष्ठ निदेशक विश्लेषक खुर्रम शहजाद ने कहा, "एलईओ सैटेलाइट ने मुख्य रूप से उन दूरस्थ स्थानों पर ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की है, जहां पारंपरिक नेटवर्क नहीं पहुंच पाते हैं।"
उन्होंने बताया, "हालांकि, नए उपभोक्ता और व्यावसायिक उपयोग के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे कम्युनिकेशन सर्विस प्रोवाइडर (सीएसपी) बाजार का विस्तार कर रहे हैं। इससे एलईओ सैटेलाइट एक मेनस्ट्रीम एंटरप्राइज ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी बन रहे हैं।"
जैसे-जैसे उपयोग के मामले बढ़ते जा रहे हैं, कंपनियां और उपभोक्ता बिना किसी स्थान की सीमा के, कहीं भी निरंतर इंटरनेट एक्सेस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स सेंसिंग की उम्मीद कर सकते हैं।
शहजाद ने कहा, "यहां तक कि हवाई जहाज, जहाज और समुद्री प्लेटफॉर्म भी नेटवर्क मजबूती के नए साधनों और सर्वव्यापी इंटरनेट से लाभान्वित होंगे।"
2026 में एलईओ सैटेलाइट संचार सेवाओं में सबसे बड़ी वृद्धि उन दूरदराज के क्षेत्रों के व्यवसायों और उपभोक्ताओं से आएगी, जहां कोई अन्य कनेक्टिविटी विकल्प नहीं हैं और खर्च में क्रमशः 40.2 प्रतिशत और 36.4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
एलईओ सैटेलाइट सर्विस का मुख्य प्रारंभिक उपयोग स्थिर और मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए विशेष रूप से दूरस्थ स्थलों के लिए और मौजूदा ब्रॉडबैंड कनेक्शनों को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इनका उपयोग आपातकालीन प्रतिक्रियाओं के दौरान संचार के लिए या पारंपरिक ब्रॉडबैंड के लिए फॉलबैक या बैकअप कनेक्टिविटी के रूप में मजबूती बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।
एलईओ सैटेलाइट सरकारी एजेंसियों और रक्षा संगठनों के संचालन के लिए आवश्यक बैकहॉल प्रदान कर सकते हैं, जिन्हें अक्सर दूरस्थ या प्रतिकूल वातावरण में सुरक्षित और विश्वसनीय संचार लिंक की आवश्यकता होती है।
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Created On :   30 July 2025 1:18 PM IST