राजनीति: केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की खुली पोल, स्कूलों की बजाय शराब पर ज्यादा दिया ध्यान मनजिंदर सिंह सिरसा

केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की खुली पोल, स्कूलों की बजाय शराब पर ज्यादा दिया ध्यान  मनजिंदर सिंह सिरसा
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके के निगम और राज्य सरकार के स्कूलों की हालत को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की पोल खुल गई है और यह उनके पापों की सजा है इसलिए वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।

नई दिल्ली, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके के निगम और राज्य सरकार के स्कूलों की हालत को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की पोल खुल गई है और यह उनके पापों की सजा है इसलिए वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।

आईएएनएस से बात करते हुए मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली की सरकार और निगम की सरकार में दिल्ली के 16 लाख बच्चे जर्जर हालत वाले स्कूल में पढ़ रहे हैं, टूटे डेस्क हैं, टूटे क्लासरूम हैं और टॉयलेट की हालत भी खस्ता है, पीने का पानी नहीं है और शिक्षक नहीं हैं। यह हाईकोर्ट में पेश की गई रिपोर्ट बताती है और हाई कोर्ट ने इस हालत के लिए कड़ी फटकार भी लगाई है।

भाजपा नेता ने कहा कि यह खुलासा तो अभी केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्कूलों को लेकर ही हुआ है और अभी दिल्ली के बाकी स्कूलों का डेटा जब पहुंचेगा तो कल्पना की जा सकती है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की किस तरह से पोल खुल गई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में स्कूलों की हालत को लेकर केजरीवाल ने झूठा प्रचार-प्रसार किया। दिल्ली के लोग जिसे शिक्षा देने के लिए लाए थे, वो शिक्षा की बजाय शराब बेचते रहे, किताबें देने की बजाय एक के साथ एक शराब की बोतल थमाते रहे। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के लोगों को ठगा है, छला है और दिल्ली का भविष्य (यहां के बच्चे) बर्बाद होता जा रहा है।

भाजपा नेता ने आगे कहा कि यह केजरीवाल के पापों की सजा है इसलिए आज वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर उत्तर पूर्वी दिल्ली के निगम और राज्य सरकार के स्कूलों के निरीक्षण की रिपोर्ट उच्च न्यायालय में पेश की गई है। इस रिपोर्ट में 16 लाख बच्चों के भयावह हालात में पढ़ने का जिक्र करते हुए उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्कूलों की जर्जर हालत, टूटे डेस्क, टूटे क्लासरूम, टॉयलेट की बदहाल हालत, पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं होने और शिक्षकों की कमी जैसी समस्या का जिक्र किया गया है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   9 April 2024 8:43 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story