अंतरराष्ट्रीय: जापान और थाईवान क्षेत्र के संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण पर चीन का दृढ़ विरोध
बीजिंग, 19 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन, जापान और थाईवान क्षेत्र के संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण दृढ़ता से असंतुष्ट है और इसका दृढ़ता से विरोध करता है। चीन ने जापान के सामने गंभीरता से यह मामला उठाया।
रिपोर्ट के अनुसार 1972 में जापान और थाईवान के बीच तथाकथित 'राजनयिक संबंधों के विच्छेद' के बाद से जापान तट रक्षक और थाईवान तट रक्षक ने यह पहली बार संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण आयोजित किया है।
चीनी प्रवक्ता ने इस पर कहा कि जापान ने थाईवान मुद्दे पर चीन के प्रति गंभीर प्रतिबद्धताएं जताई हैं, जिसमें 'दो चीन' या 'एक चीन, एक थाईवान' का अनुसरण नहीं करना और 'थाईवान की स्वतंत्रता' का समर्थन नहीं करना शामिल है। यही वह रुख और सिद्धांत है, जिसका जापान को पालन करना चाहिए।
हम जापान से आग्रह करते हैं कि वह एक-चीन सिद्धांत और चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का पालन करें, अपनी गलतियों को तुरंत सुधारें, किसी भी रूप में 'थाईवान स्वतंत्रता' अलगाववादी ताकतों का समर्थन नहीं करें, पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर के मुद्दों पर अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहें और थाईवान जलडमरूमध्य और चीन-जापान संबंधों की शांति और स्थिरता में हस्तक्षेप न करें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   19 July 2024 9:15 PM IST