रक्षा: 'हीरोज ऑफ द इंडियन एयर फ़ोर्स' से कॉमिक के जरिए रू-ब-रू होंगे बच्चे

हीरोज ऑफ द इंडियन एयर फ़ोर्स से कॉमिक के जरिए रू-ब-रू होंगे बच्चे
एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने बुधवार को "हीरोज ऑफ द इंडियन एयर फ़ोर्स" श्रृंखला की पहली कॉमिक बुक लॉन्च की। इसमें ऐतिहासिक घटनाओं को सरल तरीके से बताया गया है ताकि बच्चों को ऐतिहासिक शख्सियतों और घटनाओं के बारे में रोचक तरीके से जानकारी दी जा सके और प्रेरित किया जा सके।

नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने बुधवार को "हीरोज ऑफ द इंडियन एयर फ़ोर्स" श्रृंखला की पहली कॉमिक बुक लॉन्च की। इसमें ऐतिहासिक घटनाओं को सरल तरीके से बताया गया है ताकि बच्चों को ऐतिहासिक शख्सियतों और घटनाओं के बारे में रोचक तरीके से जानकारी दी जा सके और प्रेरित किया जा सके।

वायु सेना प्रमुख का मानना था कि युद्ध में वायु सेना की भूमिका और राष्ट्रीय इतिहास की वीरतापूर्ण कहानियों को कॉमिक पुस्तकों के माध्यम से चित्रित किया जाए। इससे कर्तव्य और आकांक्षा की भावना को बढ़ावा मिल सकता है। मूल्यों और कहानियों से प्रेरित होकर युवा पाठक भविष्य के वायु सेना अधिकारियों के रूप में खुद को देख सकते हैं।

कॉमिक बुक को विकसित करने का कार्य भारतीय राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम ने किया है। यह 32 पन्नों की कॉमिक बुक है, जिसमें दो कहानियां हैं। पहली कहानी, 'फाइंड योर कॉलिंग' है। यह वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह के जीवन के बारे में है, जो भारतीय वायु सेना के इतिहास में सबसे सम्मोहक शख्सियतों में से एक हैं। उन्होंने न केवल एक भारतीय वायुसेना अधिकारी द्वारा प्राप्त की जा सकने वाली सर्वोच्च रैंक हासिल की, बल्कि उनके जीवन की विशेषता उनकी बहादुरी, नेतृत्व और दूरदर्शिता भी थी।

कहानी उनके शुरुआती दिनों से आरंभ होती है, जिसमें एक युवा कैडेट से वायु सेना के मार्शल बनने तक की उनकी यात्रा को दर्शाया गया है। कहानी उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रांत में महत्वपूर्ण अभियानों, द्वितीय विश्व युद्ध के बर्मा अभियान और 1965 के भारत-पाक युद्ध में उनकी भूमिका जैसी प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश डालती है। इसमें उनकी वीरता, नेतृत्व गुणों और वायु सेना तथा देश के प्रति समर्पण के बारे में बताया गया है।

एक कैडेट से वायुसेना के मार्शल तक की उनकी यात्रा इस बात की प्रेरणा देती है कि कैसे प्रतिबद्धता, कड़ी मेहनत और मजबूत मूल्यों तथा सिद्धांतों पर आधारित जीवन असाधारण उपलब्धियों की ओर ले जा सकता है। वायु सेना का मानना है कि मार्शल अर्जन सिंह की जीवन गाथा से बच्चे नेतृत्व, साहस और दृढ़ता के मूल्यों को सीख सकते हैं और उनके नक्शे-कदम पर चलने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।

दूसरी कहानी का नाम 'बोयरा बॉयज़' है। यह 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना के युद्ध इतिहास में बोयरा की लड़ाई का वर्णन है। यह हवाई युद्ध 22 स्क्वाड्रन 'स्विफ्ट्स' के युवा पायलटों के युद्ध कौशल और वीरता का एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन था, जिसने स्क्वाड्रन को 'सेबर स्लेयर्स' उपनाम दिलाया।

कहानी में पायलटों की आंखों देखी रोमांच से भर देनेवाले एक्शन सीक्वेंस शामिल हैं, जो पाठकों को घटनाओं का प्रत्यक्ष अनुभव कराते हैं। यह न केवल युवा पाठकों को एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना के बारे में बताता है बल्कि हवाई युद्ध से जुड़ी वीरता पर भी जोर देता है। इसमें वह सब कुछ दर्शाया गया है जो देशभक्तिपूर्ण है, बहादुर है, पेशेवर है और जो 'युवा' की भावना का प्रतीक है। यह पुस्तक भारतीय वायु सेना में करियर विकल्पों और संबंधित पात्रता मानदंडों के बारे में भी जानकारी देती है। कॉमिक बुक छोटे बच्चों के लक्षित पाठकों के लिए निःशुल्क वितरण के लिए है। यह वितरण कमांड मुख्यालयों और वायु सेना स्टेशनों के माध्यम से प्रचार के हिस्से के रूप में किया जाएगा। कॉमिक बुक का एक पीडीएफ संस्करण डिजिटल मीडिया पर मुफ्त साझा करने के लिए भी उपलब्ध होगा।

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Created On :   28 Aug 2024 9:10 PM IST

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