पर्यावरण: यमुना शुद्धिकरण के लिए भिक्षाटन महायज्ञ शुरू

यमुना शुद्धिकरण के लिए भिक्षाटन महायज्ञ शुरू
यमुना संसद की तरफ से यमुना नदी के शुद्धिकरण के लिए भाई दूज के मौके पर रव‍िवार को भिक्षाटन महायज्ञ की शुरुआत की गई। यह जन जागरण अभियान अगले साल भाई दूज तक चलेगा। यमुना संसद के संयोजक व यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे ब्रज क्षेत्र के घर-घर यमुना की पीड़ा लेकर पहुंचेंगे। वह लोगों को तन, मन, धन से यमुना जी की पीड़ा से जोड़ने का प्रयास करेंगे।

नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। यमुना संसद की तरफ से यमुना नदी के शुद्धिकरण के लिए भाई दूज के मौके पर रव‍िवार को भिक्षाटन महायज्ञ की शुरुआत की गई। यह जन जागरण अभियान अगले साल भाई दूज तक चलेगा। यमुना संसद के संयोजक व यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे ब्रज क्षेत्र के घर-घर यमुना की पीड़ा लेकर पहुंचेंगे। वह लोगों को तन, मन, धन से यमुना जी की पीड़ा से जोड़ने का प्रयास करेंगे।

रविवार सुबह दिल्ली के आईटीओ, छठ घाट पर अखिल विश्व गायत्री परिवार की तरफ से किए गए यज्ञ और शंखनाद से भिक्षाटन अभ‍ियान शुरू हुआ। यमुना जी के तट पर कार्यक्रम में मौजूद बहनों ने अपने भाइयों से यमुना जी की शुद्धिकरण की इस मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्‍प लिया।

इस मौके पर रविशंकर तिवारी ने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि दिल्ली कई बार उजड़ी और बसी। उजड़कर बसना शहर के पूरब दिशा में बहने वाली यमुना ने संभव किया। लेकिन, आज यमुना और दिल्ली का रिश्ता टूट रहा है। दिल्ली के लोग यमुना को भूलने लगे हैं। राजधानी की जीवन रेखा धुंधली हो चली है। यमुना मृतप्राय हो चली है। इकोलॉजिकली यह मृत है। विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि हालत यही रही तो यमुना जी खत्म हो जाएंगी‌ और जब यमुना जी नहीं होंगी, तो दिल्ली का बचे रहना भी मुश्किल है।

रविशंकर तिवारी के मुताबिक जब यमुना बचेगी, तभी दिल्ली बचेगी और हम भी, इसल‍िए भिक्षाटन अभियान यमुना के बहाने खुद को बचाने के लिए है। उन्‍होंने कहा क‍ि मैं खुद निजी तौर पर 2025 के भाई दूज तक यमुना भिक्षु के तौर पर घर-घर जाऊंगा। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे ब्रज क्षेत्र के घर-घर तक मैं यमुना की पीड़ा लेकर पहुंचूगा‌ और आप सब को यमुना शुद्धिकरण के इस महायज्ञ में तन, मन और धन से भागीदार बनाऊंगा।

इस मौके पर राष्ट्रवादी चिंतक केएन. गोविंदाचार्य, कथा वाचक अजय भाई जी, नामधारी व निरंकारी समाज, नदी संवाद, विश्व जागृति मिशन, दिल्ली पंचायत संघ, 360 खाप पंचायत समेत व‍िभ‍िन्‍न राजनीतिक दलों और सामाजिक-धार्मिक-व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि व बड़ी संख्या में शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   3 Nov 2024 7:13 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story