राजनीति: दिल्ली चुनाव 2025 कांग्रेस के पुराने गढ़ मंगोलपुरी में 'आप' को लगातार चौथी जीत की तलाश

दिल्ली चुनाव 2025  कांग्रेस के पुराने गढ़ मंगोलपुरी में आप को लगातार चौथी जीत की तलाश
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर है। 'इंडिया' गठबंधन के दो प्रमुख घटक दल 'आप' और 'कांग्रेस' के अलग-अलग चुनाव लड़ने के फैसले ने मुकाबले को त्रिकोणीय रूप दे दिया है। भाजपा समेत तीनों राजनीतिक पार्टियां दिल्ली की एक-एक विधानसभा सीट के लिए संघर्ष करती दिख रही हैं, जिसमें मंगोलपुरी विधानसभा सीट भी शामिल है।

नई दिल्ली, 18 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव पर सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर है। 'इंडिया' गठबंधन के दो प्रमुख घटक दल 'आप' और 'कांग्रेस' के अलग-अलग चुनाव लड़ने के फैसले ने मुकाबले को त्रिकोणीय रूप दे दिया है। भाजपा समेत तीनों राजनीतिक पार्टियां दिल्ली की एक-एक विधानसभा सीट के लिए संघर्ष करती दिख रही हैं, जिसमें मंगोलपुरी विधानसभा सीट भी शामिल है।

मंगोलपुरी विधानसभा सीट उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 10 विधानसभा सीटों में से एक है। कभी कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले मंगोलपुरी में पिछले तीन चुनाव में आम आदमी पार्टी हैट्रिक लगा चुकी है। इस बार भी आप अपने विजय अभियान को जारी रखने के लिए पूरा जोर लगा रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी यहां खाता खोलने की कोशिश में है।

इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल तीन वार्ड आते हैं, जिसमें मंगोलपुरी-ए, मंगोलपुरी-बी और रोहिणी-सी शामिल हैं। मंगोलपुरी विधानसभा की सीमाएं पश्चिमी दिल्ली के क्षेत्र जैसे रोहिणी, नरेला और महेंद्र पार्क के आसपास हैं। यहां पर छोटे व्यवसायी, कामकाजी श्रमिक और प्रवासी मजदूर अधिक संख्या में रहते हैं।

मंगोलपुरी दिल्ली की 12 आरक्षित सीटों में से एक है, जिसमें सुल्तानपुर माजरा, मादीपुर, सीमापुरी, त्रिलोकपुरी, गोकुलपुर, बवाना, पटेल नगर, कोंडली, अंबेडकर नगर, देवली और करोल बाग विधानसभा शामिल हैं। मंगोलपुरी के प्रमुख चुनावी मुद्दों की बात करें तो इस क्षेत्र में साफ पानी, बिजली, खराब सड़क और स्वास्थ्य सेवा के मुद्दे हावी रहते हैं।

चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मंगोलपुरी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले मतदाताओं की कुल संख्या 1,89,318 है जिसमें पुरुष मतदाता 98,047 और महिला मतदाता 91,256 हैं। वहीं, 15 थर्ड जेंडर के वोटर्स हैं।

मंगोलपुरी सीट पर 1993 से 2008 तक कांग्रेस लगातार जीतती आई है। साल 1993, 1998, 2003 और 2008 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी राज कुमार चौहान को जीत मिली जो शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री भी बने। वह इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

साल 2013 में आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी राखी बिड़ला को जीत मिली। वह 2015 और 2013 में भी आप के टिकट पर यहां से जीत कर विधानसभा पहुंची।

हालांकि इस बार आप ने प्रत्याशी बदलते हुए मंगोलपुरी-ए से मौजूदा पार्षद राकेश जाटव धर्मरक्षक को टिकट दिया है। भाजपा की तरफ से राजकुमार चौहान और कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर हनुमान चौहान मैदान में हैं।

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Created On :   18 Jan 2025 8:06 PM IST

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