राजनीति: गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रपति मंच के सामने प्रस्तुति देंगे झारखंड के बच्चे

गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रपति मंच के सामने प्रस्तुति देंगे झारखंड के बच्चे
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, सेना की मदद से देशभर के कई और स्कूलों में बैंड सिस्टम लागू करेगा। शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि इससे बच्चों के लिए नए अवसर खुलेंगे। इसमें क्षेत्रीय केंद्रों की मदद भी ली जाएगी। गौरतलब है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में तीन सरकारी स्कूलों की बैंड टीमों को हिस्सा लेने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री श्री पटमदा, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड के केजीबीवी स्कूल के बच्चे राष्ट्रपति मंच के समक्ष अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं गणतंत्र दिवस परेड में सिक्किम की दो बैंड टीमें विजय चौक पर प्रदर्शन करेंगी।

नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, सेना की मदद से देशभर के कई और स्कूलों में बैंड सिस्टम लागू करेगा। शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि इससे बच्चों के लिए नए अवसर खुलेंगे। इसमें क्षेत्रीय केंद्रों की मदद भी ली जाएगी। गौरतलब है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में तीन सरकारी स्कूलों की बैंड टीमों को हिस्सा लेने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री श्री पटमदा, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड के केजीबीवी स्कूल के बच्चे राष्ट्रपति मंच के समक्ष अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं गणतंत्र दिवस परेड में सिक्किम की दो बैंड टीमें विजय चौक पर प्रदर्शन करेंगी।

इस बीच छठवीं राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले शुक्रवार को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में शुरू हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, सीबीएसई के अध्यक्ष राहुल सिंह व केंद्रीय विद्यालय संगठन की आयुक्त निधि पांडे उपस्थित रहीं। शिक्षा सचिव संजय कुमार ने कहा कि यह विशेष रूप से प्रतिभागियों के बीच अनुशासन और टीम वर्क के साथ उत्कृष्टता प्राप्त करने की सामूहिक भावना को बढ़ाता है। उन्होंने शैक्षिक गतिविधियों में इस सामूहिक भावना की उपयोगिता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सेना क्षेत्रीय केंद्रों की मदद से और अधिक स्कूल बैंड सिस्टम लागू करेंगे, जिससे बच्चों के लिए नए अवसर खुलेंगे। कुमार ने सहयोग और सहायता के लिए रक्षा मंत्रालय को हार्दिक धन्यवाद दिया।

रक्षा सचिव ने सशस्त्र बलों में सैन्य संगीत की समृद्ध परंपरा का उल्लेख किया, जो मनोबल बढ़ाती है और समारोहों को गरिमा प्रदान करती है। उन्होने बताया कि सरकार 2023 से प्रतिभाशाली स्कूली बच्चों को गणतंत्र दिवस समारोह में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देश्य स्कूली बच्चों में एकता और टीम भावना तथा अपने स्कूलों और राष्ट्र के प्रति गहरी निष्ठा की भावना को प्रेरित करना है।

शिक्षा मंत्रालय रक्षा मंत्रालय के सहयोग से 24 और 25 जनवरी 2025 को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में छठवीं राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले आयोजित कर रहा है। इस वर्ष 13 राज्यों की 16 बैंड टीमों के 463 बच्चों को राज्य और क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के माध्यम से फाइनल के लिए चुना गया है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में 13,999 बच्चों वाली 568 टीमों ने भाग लिया , जबकि क्षेत्रीय स्तर पर 84 टीमों में 2,337 बच्चों ने भाग लिया। तीन सरकारी स्कूलों की बैंड टीमों को गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का अवसर मिला है। सेना रेजिमेंटल केंद्रों के बैंड प्रशिक्षकों द्वारा पीएम श्री स्कूल बैंड टीमों को प्रशिक्षण देने की पहल की गई है।11 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशिक्षण आरंभ हो गया है और शेष प्रदेशों में भी यह जल्द ही आरंभ होगा।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह पीएम श्री स्कूलों के विद्यार्थियों को समग्र शिक्षा प्रदान करने और उनके व्यक्तित्व के पूर्ण विकास की दिशा में उठाया गया कदम है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है और इसका उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में व्यापक परिवर्तनकारी सुधार लाना है। इस दिशा में यह कार्यक्रम देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना उत्पन्न करने के साथ ही विद्यार्थियों में संगीत कौशल बढ़ाएगा और उनमें अनुशासन का संचार करेगा। इस पहल का उद्देश्य पूरे देश में स्कूली विद्यार्थियों में देशभक्ति और एकता की भावना प्रबल करना और समग्र शिक्षा को आगे बढ़ाना है।

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Created On :   24 Jan 2025 7:47 PM IST

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