राजनीति: खड़गे के बयान पर भड़के रामदास आठवले-अनिल विज ने की माफी की मांग

खड़गे के बयान पर भड़के रामदास आठवले-अनिल विज ने की माफी की मांग
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ‘महाकुंभ’ को लेकर दिए गए बयान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने खड़गे के बयान पर मंगलवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए।

अंबाला, 28 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ‘महाकुंभ’ को लेकर दिए गए बयान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने खड़गे के बयान पर मंगलवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए।

कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 144 साल बाद प्रयागराज में लगे महाकुंभ में डुबकी लगाने वालों के खिलाफ तंज कसा है। धर्म आस्था का विषय है, कोई पूर्व में तो कोई पश्चिम खड़ा होकर अपने ईश्वर को नमन करता है। कोई स्थिर होकर ध्यान करता है और कोई उठक-बैठक करके प्रार्थना करता है। सबकी अपनी-अपनी आस्था है और हमारे संविधान ने इसकी इजाजत दी है कि हम अपने तरीके से अपने धार्मिक अनुष्ठान कर सकें। किसी भी शख्स को किसी के धार्मिक अनुष्ठान पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। धर्म के बारे सिर्फ वही लोग टिप्पणी कर सकते हैं, जो इसके बारे में जानते हों। अधर्मी लोगों को धर्म पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। मल्लिकार्जुन खड़ने ने हिंदू समाज का अपमान किया है, उन्हें कान पकड़कर माफी मांगनी चाहिए।"

अनिल विज ने यमुना नदी को लेकर दिए केजरीवाल के बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "केजरीवाल अपनी असफलताओं का दोष दूसरों पर डालते हैं। पिछले 10 साल से दिल्ली में उनकी सरकार है और उन्होंने वादा किया था कि यमुना नदी को साफ करेंगे, मगर वह कुछ नहीं कर पाए। यमुना नदी का पानी सोनीपत से दिल्ली में प्रवेश करता है। वह पूरे हिंदुस्तान से वैज्ञानिक और मीडिया को लेकर हरियाणा आ जाएं और यहां आकर पानी का बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) चेक करा लें और उसके बाद दिल्ली में भी पानी का बीओडी चेक कराएं, साफ हो जाएगा कि पानी कहां गंदा है। दिल्ली की गंदगी तो साफ दिल्ली वाले ही करेंगे, उससे हरियाणा का क्या लेना-देना है। मुझे लगता है कि दिल्ली सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है, इसलिए जनता 5 फरवरी को इनको जवाब देगी।"

उन्होंने ‘इंडिया’ ब्लॉक पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया' ब्लॉक कभी था ही नहीं और न ही इनका कभी आपस में तालमेल हुआ। हमने भी एनडीए की सरकार चलाई और हमारे बीच आपसी समझ थी। पंजाब में कांग्रेस और आप अलग-अलग चुनाव लड़ती है और एक-दूसरे पर आरोप लगाते है जबकि अन्य राज्यों में वे मिलकर लड़ते हैं। वैसे भी गठबंधन में ‘इंडिया’ शब्द आपस में जुड़ा हुआ नहीं है, उसमें भी गैप है।

अनिल विज ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का जहाज डूब चुका है। अब उनके लिए कोई भी प्रचार कर ले, कोई फायदा होने वाला नहीं है।

उधर बिहार की राजधानी पटना पहुंचे केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के महाकुंभ को लेकर दिए बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी ने लोकसभा के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस को पहले ही जहन्नुम में भेज दिया है। मुझे लगता है कि उन्हें ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, "बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का संविधान सभी धर्मों को सम्मान और आदर देने का काम करता है। 144 साल बाद प्रयागराज में महाकुंभ हो रहा है। एक परंपरा है कि महाकुंभ में डुबकी लगानी चाहिए, उसके मुताबिक ही वहां सभी लोग जाते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने गलत बयान दिया और उन्होंने हिंदू धर्म का अपमान किया है।"

रामदास आठवले ने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होने के सवाल पर कहा, "उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने का मतलब है कि हिंदू-मुस्लिम को एक कानून के दायरे में लाया जाए। मुझे लगता है कि सबके लिए एक कानून होना चाहिए। मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। मैं यही कहूंगा कि मुस्लिम समाज को इस कानून को अपने विरोध में नहीं मानना चाहिए। हम सबको इस कानून का सम्मान करना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ेगा।"

वक्फ संशोधन विधेयक के सवाल पर आठवले ने कहा कि वक्फ बिल मुसलमानों के विरोध में बिल्कुल भी नहीं है। वह मुसलमानों की प्रॉपर्टी है, लेकिन आम मुस्लिमों को इसका फायदा नही होता है। इसलिए यह विधेयक लाया गया है। यह मुस्लिम विरोधी बिल नहीं है। इस बिल को संयुक्त संसदीय समिति के पास भेजा गया है और जल्द ही इस पर फैसला आ जाएगा। इस बिल में क्या सुधार करना है, इस पर विपक्ष और कांग्रेस को सुझाव देना है, क्योंकि मुस्लिम भी इसी देश के नागरिक हैं।

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Created On :   28 Jan 2025 8:07 PM IST

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