Nagpur News: नागपुर शहर को बाढ़ से बचाना है, नाग नदी का प्रवाह न रोकें

नागपुर शहर को बाढ़ से बचाना है, नाग नदी का प्रवाह न रोकें
  • हाइड्रोलिक अध्ययन 15 जुलाई तक पूरा करने के आदेश
  • लापरवाही पर कोर्ट ने नाराजगी जताई

Nagpur News शहर को बाढ़ से बचाने के लिए पुणे की केंद्रीय जल एवं विद्युत अनुसंधान संस्थान द्वारा नाग नदी का हाइड्रोलिक अध्ययन किया जाना है। 9 महीने में यह अध्ययन पूरा करना था। मनपा और सिंचाई विभाग ने इसके लिए आवश्यक आंकड़े उपलब्ध कराने की हामी भरी थी, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आंकड़े प्रदान नहीं किए गए। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताई और यह अध्ययन 15 जुलाई तक पूरा करने के आदेश दिए।

जनहित याचिका में यह आरोप : नागपुर खंडपीठ में रामगोपाल बचुका, जयश्री बनसोड, नत्थुजी टिक्कस ने यह जनहित याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि मनपा, नासुप्र और महामेट्रो, इन तीनों प्रशासनों की ओर से अंबाझरी व नाग नदी परिसर में किया हुआ निर्माण गलत है। इस कारण सितंबर 2023 में इस परिसर में बाढ़ आई और हजारों लोगों को नुकसान सहना पड़ा। यह दावा करते हुए याचिकाकर्ताओं ने मामले की न्यायालयीन जांच करने मांग की है। इस याचिका पर न्या. नितिन सांबरे और न्या. वृषाली जोशी के समक्ष सुनवाई हुई।

कोर्ट ने फटकार लगाई थी : पिछली सुनवाई में अंबाझरी बांध की सुरक्षा और नदी का हाइड्रोलिक अध्ययन को लेकर सरकारी विभागों में तालमेल की कमी पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई थी। मंगलवार को मनपा ने शपथ-पत्र दाखिल कर 15 मई तक सभी आंकड़े प्रस्तुत करने की हामी भरी। आंकड़े प्राप्त होने के बाद दो महीने में, यानी 31 जुलाई तक हाइड्रोलिक अध्ययन पूरा हो जाएगा, ऐसा भी मनपा की ओर से कहा गया। दूसरी ओर, सिंचाई विभाग ने भी 14 मई तक सभी आंकड़े प्रस्तुत करने की जानकारी दी। इस पर कोर्ट ने उक्त आदेश जारी किए। याचिकाकर्ताओं की ओर से एड. तुषार मंडलेकर, मनपा की ओर से वरिष्ठ विधिज्ञ एस. के. मिश्रा व एड. जेमिनी कासट और राज्य सरकार की ओर से मुख्य सरकारी वकील तथा वरिष्ठ विधिज्ञ देवेन चौहान ने पैरवी की।

यह भी आदेश

मंगलवार को हुई सुनवाई में मनपा ने कोर्ट को बताया कि नाग नदी के तट से 155 अतिक्रमण हटाए गए हैं। इस पर कोर्ट ने मनपा को आदेश दिया कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रखी जाए।

17 किमी लंबे नाग नदी पर कई पुल और पुलिया हैं। कोर्ट ने इनका ऑडिट करने का आदेश दिया है।

नाग नदी के सफाई का मुद्दा उठा तो मनपा ने कोर्ट को बताया कि अब तक 9 किमी नदी की सफाई पूरी की गई है। इस पर कोर्ट ने मानसून पूर्व शेष बची नाग नदी की सफाई पूरी करने के आदेश दिए गए हैं।

नदी की हाइड्रोलिक स्टडी क्या है? : हाइड्रोलिक स्टडी नदी के जल प्रवाह, गहराई, चौड़ाई, ढाल, वेग, और अन्य भौतिक विशेषताओं का वैज्ञानिक अध्ययन है। यह अध्ययन नदी के व्यवहार, जल की गति, तलछट परिवहन, बाढ़ की संभावना, और नदी के किनारों पर प्रभाव को समझने के लिए किया जाता है।


Created On :   7 May 2025 12:09 PM IST

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