राजनीति: सत्ता के लिए व्याकुल हैं तेजस्वी यादव, बिहार की सत्ता में नहीं होगी वापसी विजय सिन्हा

सत्ता के लिए व्याकुल हैं तेजस्वी यादव, बिहार की सत्ता में नहीं होगी वापसी  विजय सिन्हा
बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में तीखी बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। सियासी पिच पर एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए मैदान में उतरने के लिए तैयार है, तो दूसरी तरफ 'इंडिया' ब्लॉक का चेहरा तय नहीं हुआ है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजद के तेजस्वी यादव लगातार सड़क से लेकर विधानसभा तक मुख्यमंत्री और सरकार को घेर रहे हैं।

पटना, 8 मार्च (आईएएनएस)। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में तीखी बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। सियासी पिच पर एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए मैदान में उतरने के लिए तैयार है, तो दूसरी तरफ 'इंडिया' ब्लॉक का चेहरा तय नहीं हुआ है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजद के तेजस्वी यादव लगातार सड़क से लेकर विधानसभा तक मुख्यमंत्री और सरकार को घेर रहे हैं।

तेजस्वी ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए।

तेजस्वी के पोस्ट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव सत्ता में वापसी के लिए व्याकुल हैं। लेकिन, बिहार की जनता को पता है कि ऐसे लोगों को दोबारा सत्ता में नहीं लाया जा सकता है क्योंकि राजद-कांग्रेस के कार्यकाल में बिहार में जंगलराज था। लूट-बलात्कार, अपहरण की घटनाएं आम हो गई थीं। राजद वाले कभी बिहार को समृद्धि और सम्मान नहीं दे सकते हैं। वे बिहार को बर्बाद करना चाहते हैं।

तेजस्वी यादव ने राज्य में महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े आंकड़े साझा करते हुए पोस्ट में लिखा, "यह वीडियो देखने के बाद आप खुद अंदाजा लगा सकेंगे कि सदन और बिहार के अंदर कौन महिलाओं का सम्मान करता है और कौन महिलाओं को निरंतर अपमानित करने का कार्य कर रहा है।"

इससे पहले शुक्रवार को एक पोस्ट में राजद नेता ने लिखा था, "सरकारी स्कूलों में दोपहर का भोजन बनाने वाले रसोइया भाइयों-बहनों के आंदोलन में पहुंचकर उनकी मांगों का समर्थन किया तथा उनकी मांगें पूर्ण हों, यह हम सुनिश्चित करेंगे। अफसोस है कि रसोइया भाइयों-बहनों को प्रतिमाह केवल 1,650 रुपये मिलते हैं, यानि केवल और केवल 53 रुपये प्रतिदिन, जो सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी 412 रुपये से काफी कम है। यह है नीतीश-भाजपा के नेतृत्व वाली, रसोइयों के साथ नाइंसाफी और अन्याय करने वाली 'डबल इंजन सरकार' की हकीकत। हमारी सरकार बनने पर रसोइयों का मानदेय बढ़ाया जाएगा, भविष्य निधि बीमा होगा, इलाज के लिए कार्ड सहित राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट की अन्य मांगों को पूरा किया जाएगा।"

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Created On :   8 March 2025 8:49 PM IST

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