मानवीय रुचि: राष्ट्रीय पशुधन योजना ने बदली राहुल चौहान की किस्मत, बकरी पालन से बने आत्मनिर्भर

राष्ट्रीय पशुधन योजना ने बदली राहुल चौहान की किस्मत, बकरी पालन से बने आत्मनिर्भर
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के इच्छापुर गांव के युवा राहुल चौहान ने राष्ट्रीय पशुधन योजना के तहत बकरी और मुर्गी पालन शुरू कर आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना ने राहुल को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाया, बल्कि गांव के अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनाया।

बुरहानपुर, 1 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के इच्छापुर गांव के युवा राहुल चौहान ने राष्ट्रीय पशुधन योजना के तहत बकरी और मुर्गी पालन शुरू कर आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना ने राहुल को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाया, बल्कि गांव के अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनाया।

राहुल ने इस योजना के तहत एक करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त किया, जिसमें 50 प्रतिशत सब्सिडी शामिल थी। इस वित्तीय सहायता का उपयोग कर उन्होंने अपने खेत पर एक अत्याधुनिक गोट फार्म स्थापित किया और आज 550 से अधिक बकरियों का सफलतापूर्वक पालन कर रहे हैं।

राहुल के फार्म में जमुनापुरी, बारबरी, ब्लैक बेंगाल, सिरोही और बीटल जैसी उच्च गुणवत्ता वाली बकरी नस्लें पाली जा रही हैं। इसके अतिरिक्त, वे देसी मुर्गी पालन और गोपालन भी कर रहे हैं, जिससे दूध, मांस, अंडे और जैविक खाद का उत्पादन हो रहा है। बकरी की मेंगनी और यूरिन से खेतों की उर्वरता में सुधार हो रहा है, जिससे कृषि उत्पादकता भी बढ़ रही है।

राहुल ने बताया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय पशुधन योजना ने मुझे आत्मनिर्भर बनाया। आज मैं न सिर्फ अपनी आजीविका चला रहा हूं, बल्कि गांव के युवाओं को भी इस व्यवसाय के लिए प्रेरित कर रहा हूं। मैं मोदी जी का हृदय से आभारी हूं।”

उपसंचालक पशुपालन डॉ. हीरासिंह भंवर ने बताया कि राहुल को योजना के तहत तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान की गई। उनका यह उद्यम इस बात का जीवंत उदाहरण है कि सरकारी योजनाएं सही दिशा में लागू होने पर ग्रामीण युवाओं के जीवन को बदल सकती हैं। डॉ. भंवर ने कहा कि राहुल की सफलता अन्य युवाओं को भी इस तरह के नवाचार अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

गांव के वरिष्ठ नागरिक पुरुषोत्तम राजाराम ने राहुल की प्रशंसा करते हुए कहा, “राहुल हमारे गांव का पढ़ा-लिखा युवा है। इतना शिक्षित होने के बावजूद उसने नौकरी की बजाय बकरी पालन को चुना। वह पशुपालन और खेती के जरिए न केवल अपनी कमाई कर रहा है, बल्कि बाहरी मजदूरों को रोजगार भी दे रहा है। उसका प्रोजेक्ट देखने लोग बाहर से आते हैं। वह सालाना 15 से 20 लाख रुपये कमा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए अनुदान दिया, जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं।”

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Created On :   1 May 2025 10:15 PM IST

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