सुरक्षा: राहुल गांधी के दौरे से नहीं पड़ेगा फर्क, बिहार की जनता एनडीए के साथ संगीता कुमारी

कैमूर, 15 मई (आईएएनएस)। बिहार भाजपा की प्रवक्ता संगीता कुमारी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि उनके बिहार आने-जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, क्योंकि बिहार की जनता ने अपना मूड बना लिया है।
संगीता कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने बिहार में विकास की गंगा बहाई है। विशेष रूप से महिलाओं के उत्थान और समग्र विकास के लिए किए गए कार्यों ने जनता का दिल जीत लिया है। बिहार की जनता पूरी तरह से एनडीए के साथ है और यहां राहुल गांधी का कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला।
उन्होंने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश आज पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह वही भारत है, जहां सिंदूर का बदला लिया जाता है। भारत की जनता और सेना एकजुट होकर हर चुनौती का सामना करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि निहत्थे और बेगुनाह लोगों पर हमला करने वालों को सबक सिखाया गया है और यह केवल शुरुआत है।
भाजपा प्रवक्ता ने भारत की एकता पर जोर देते हुए कहा कि देश में सभी जाति और धर्म के लोग एक गुलदस्ते की तरह एक साथ रहते हैं। अगर कोई देश की एकता को छेड़ने की कोशिश करेगा, तो उसे कड़ा जवाब मिलेगा। ऑपरेशन सिंदूर एक संदेश है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। सीमा पर चल रही स्थिति में भारत सरकार और सेना जो भी निर्णय लेगी, वह देश के हित में होगा। पीएम मोदी और सेना के हर फैसले के साथ पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर गुरुवार को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। राहुल गांधी के काफिले को प्रशासन द्वारा दरभंगा में रोके जाने के बाद तनाव बढ़ गया। राहुल के काफिले को रोके जाने पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने राज्य सरकार पर जुबानी हमला किया। उन्होंने इसे लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के खिलाफ बताया।
कन्हैया कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि बिहार जैसे राज्य में, जो सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की धरती है, वहां नेता प्रतिपक्ष को दरभंगा के अंबेडकर छात्रावास में छात्रों से मिलने नहीं दिया गया। ये वही छात्र हैं जो दलित समुदाय से आते हैं और उन्होंने खुद राहुल गांधी को आमंत्रित किया था ताकि वे अपनी समस्याएं रख सकें। लेकिन, राज्य सरकार ने इस आवाज को दबाने की कोशिश की। यह सरकार न सिर्फ सामाजिक न्याय विरोधी है, बल्कि शिक्षा विरोधी और छात्र विरोधी भी है। लेकिन, हम पहले ही तय कर चुके हैं कि दुनिया की कोई ताकत न्याय की आवाज को नहीं दबा सकती।
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Created On :   15 May 2025 11:04 PM IST