रक्षा: सेशेल्स की रोमांचकारी यात्रा से लौटी महिला सैन्य अधिकारियों ने कहा, 'अब हम किसी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं'

मुंबई, 4 जून (आईएएनएस)। त्रिशक्ति नारी नाविक अभियान 'समुद्र प्रदक्षिणा' के तहत मुंबई-सेशेल्स-मुंबई की 55 दिनों की रोमांचकारी यात्रा में शामिल महिला सैन्य अधिकारियों ने बुधवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि 7 अप्रैल से मुंबई से सेशेल्स की इस यात्रा में थल सेना, नौसेना और वायु सेना की 12 महिला अधिकारी शामिल थीं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए चार महिला अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए हैं।
थल सेना की कैप्टेन डॉली ने कहा, "इससे पहले हमने कभी इतनी लंबी यात्रा नहीं की थी। हमें इक्वेटर का अनुभव चाहिए था। इतनी लंबी यात्रा के लिए हमारी ट्रेनिंग सितंबर 2022 में शुरू हुई थी। कुल 41 महिला अधिकारी और एक राइफल वुमेन ने वॉलेंटियर किया। चयन के लिए तीन राउंड की प्रक्रिया अपनाई गई। कुल 12 महिला अधिकारियों का चयन हुआ। इस दौरान हमने अलग-अलग यॉट पर ट्रेनिंग की। पहली ट्रेनिंग छोटी नाव पर शुरू हुई थी, इसके बाद हमें 27 फीट ऊंची नाव पर अपग्रेड किया गया। इसमें हमने भारतीय समुद्री तटों पर सेलिंग की। हम पोरबंदर से लक्षद्वीप तक गए। इसके बाद 50 फूटर क्लास ए यॉट हमें मिली। यह आईएएसवी त्रिवेणी है।"
स्क्वाड्रन लीडर श्रद्धा राजू भारतीय वायु सेना में तकनीकी अधिकारी हैं। उन्होंने कहा, "मैं सेशेल्स से मुंबई की यात्रा का हिस्सा थी। यह बहुत चुनौतीपूर्ण था, लेकिन साथ ही बेहद अहम भी था। भविष्य के लिए इस सेलिंग ने हमें पूरी तरह तैयार कर दिया है। हमने अपनी यात्रा में धीमे और बहुत तेज हवाओं का सामना किया। हमने इस यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा किया, इसके लिए मुझे खुद पर और अपनी टीम पर गर्व है।"
स्क्वाड्रन लीडर आरुवी जयदेव ने कहा, "मुंबई-सेशेल्स-मुंबई की यात्रा काफी चुनौतीपूर्ण थी। लेग 1 के दौरान, जो मुंबई-सेशेल्स था, हमने ऐसी स्थितियों का सामना किया, जिसमें हवा बिल्कुल नहीं थी। हम एक ही जगह पर लंबे समय तक रुके हुए थे। ऐसा लगभग सात-आठ दिन तक चला। इससे हमारे उत्साह में कमी भी आई थी। लेकिन हमने एक-दूसरे का हौसला बढ़ाया। सेशेल्स से मुंबई आते समय मॉनसून की वजह से हमें हवाओं का सामना करना पड़ा। अंततः मुंबई पहुंचने के बाद हम यह कह सकते हैं कि अब हम हर तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार हैं।"
स्क्वाड्रन लीडर विभा सिंह ने कहा, "हम सर्कमनेविगेशन टीम हैं, पूरी दुनिया में अपनी नाव को लेकर जाएंगे। उसी के अंतर्गत हमारे अलग-अलग तरीके के अभियान चल रहे हैं। सेशेल्स की यात्रा भी उसी अभियान का एक हिस्सा है। इस अभियान के तहत हमने मॉनसून की ट्रेनिंग की। दूसरा, इंटरनेशनल वॉटर और पोर्ट में काम करने के तरीके को हमें जानना था। और तीसरा, लंबी दूरी के नौकायन का अनुभव हमें लेना था।"
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Created On :   4 Jun 2025 11:15 PM IST