अंतरराष्ट्रीय: रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने इजरायल के रक्षा महानिदेशक से की बात

रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने इजरायल के रक्षा महानिदेशक से की बात
इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच भारत ने इजरायल से मौजूदा स्थिति पर बातचीत की है। बुधवार को भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने इजरायल के रक्षा महानिदेशक मेजर जनरल आमिर बराम से बात की। दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच टेलीफोन पर हुई इस वार्ता में पश्चिम एशिया की स्थिति पर चर्चा की गई।

नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच भारत ने इजरायल से मौजूदा स्थिति पर बातचीत की है। बुधवार को भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने इजरायल के रक्षा महानिदेशक मेजर जनरल आमिर बराम से बात की। दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच टेलीफोन पर हुई इस वार्ता में पश्चिम एशिया की स्थिति पर चर्चा की गई।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बुधवार को इजरायल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल आमिर बराम के साथ एक महत्वपूर्ण टेलीफोनिक वार्ता की। इस बातचीत के दौरान दोनों अधिकारियों के बीच पश्चिम एशिया में वर्तमान हालात को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। माना जा रहा है कि वार्ता के दौरान क्षेत्र में बदलते सुरक्षा परिदृश्य, चल रहे संघर्षों और इनके वैश्विक प्रभावों पर विचार-विमर्श किया गया।

गौरतलब है कि ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कोर (आईआरजीसी) ने मंगलवार को इजरायल के तेल अवीव में सैन्य खुफिया ठिकानों और मोसाद के ठिकाने सहित प्रमुख इजरायली खुफिया स्थानों पर हमले किए थे। वहीं, दूसरी ओर इजरायली वायु सेना का दावा था कि उसने पश्चिमी ईरान में हवाई हमलों की एक नई शुरुआत की है।

ईरानी सरकारी मीडिया का दावा है कि उसके एयरोस्पेस बल ने एक प्रभावी अभियान चलाया था। सरकारी मीडिया के मुताबिक, इस अभियान में ईरान ने इजरायल के अत्यधिक एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम को भेद दिया है।

इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई पर निशाना साधा है। काट्ज ने कहा कि अयातुल्लाह अली खामेनेई ने इजरायली नागरिकों के खिलाफ युद्ध अपराध किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि खामेनेई का हश्र इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन जैसा हो सकता है। सद्दाम हुसैन को अमेरिकी सैनिकों ने पकड़ लिया था और कोर्ट ने उन्हें मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए फांसी दी थी। ईरान कच्चे तेल का एक बड़ा उत्पादक देश भी है। ऐसे में इस संघर्ष से कच्चे तेल की कीमतों पर प्रभाव पड़ने की आशंका भी जताई जा रही है।

एमके ग्लोबल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान प्रतिदिन लगभग 3.3 मिलियन बैरल (एमबीपीडी) कच्चे तेल का उत्पादन करता है और लगभग 1.5 एमबीपीडी का निर्यात करता है। ईरान होर्मुज स्ट्रेट के उत्तरी किनारे पर भी है, जिसके माध्यम से दुनिया में 20 एमबीपीडी से अधिक कच्चे तेल का व्यापार होता है।

भारत की बात की जाए तो भारत में फिलहाल पर्याप्त तेल है। इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल और डीजल उपलब्ध है। इस समय चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, "इजरायल और ईरान संघर्ष के बीच मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि देश में पेट्रोल-डीजल की कोई कमी नहीं है और इस समय चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।"

पुरी ने कहा कि वर्तमान में दुनिया में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है और हमारे कच्चे तेल आपूर्तिकर्ताओं की संख्या अब बढ़कर 40 हो गई है, जो कि पहले 27 थी। इसके अलावा हम खुद भी कच्चे तेल का उत्पादन कर रहे हैं। हमारा आउटपुट भी बढ़ रहा है और हमारे पास काफी स्टॉक है।

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Created On :   18 Jun 2025 10:49 PM IST

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