राजनीति: मराठी भाषा को लेकर मंत्री नितेश राणे के बयान को संसद में सपा उठाएगी अबू आजमी

मराठी भाषा को लेकर मंत्री नितेश राणे के बयान को संसद में सपा उठाएगी  अबू आजमी
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया है, जिसमें मंत्री नितेश राणे ने कहा कि क्या मुस्लिम इलाकों में लोग शुद्ध मराठी बोलते हैं। अबू आजमी ने कहा कि संसद में इस मुद्दे को पार्टी उठाएगी और उनसे जवाब मांगा जाएगा।

मुंबई, 4 जुलाई (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया है, जिसमें मंत्री नितेश राणे ने कहा कि क्या मुस्लिम इलाकों में लोग शुद्ध मराठी बोलते हैं। अबू आजमी ने कहा कि संसद में इस मुद्दे को पार्टी उठाएगी और उनसे जवाब मांगा जाएगा।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे का मराठी भाषा पर दिया बयान उस वक्त आया जब हाल ही में मुंबई के एक फूड स्टॉल संचालक को इसीलिए पीटा गया क्योंकि उसे मराठी नहीं बोलनी आती थी। इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। मीडिया से बातचीत करते हुए राणे ने कहा कि एक हिंदू को इसलिए मारा गया क्योंकि उसने मराठी नहीं बोली। अगर हिम्मत है तो मुंबई के नलबाजार, मोहम्मद अली रोड जैसे मुस्लिम इलाकों में जाकर लोगों से मराठी में बात करने को कहो। क्या उनमें इतनी हिम्मत है कि वहां जाकर टोपी पहनने वालों को मारें।

दुकानदार की पिटाई मनसे के कार्यकर्ताओं के द्वारा की गई थी। राणे ने कहा कि हिम्मत है तो मुस्लिम इलाकों में जाकर कहो मराठी में बोलकर दिखाएं।

राणे के इस बयान पर शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए सपा नेता अबू आजमी ने कहा कि कुछ लोग बेवजह की बातें करके समाज में लोगों को लड़ाने का काम कर रहे हैं। मैं ऐसे लोगों की बात का जवाब नहीं देना चाहता हूं। क्योंकि वे इस तरह के बयान रोजाना ही देते हैं। वह नफरत की बात करते हैं। लेकिन, हम प्यार की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि हर कोई मराठी जानता है। अगर आपको किसी को निशाना बनाना ही है, तो उन्हें निशाना बनाइए। आप गरीबों को क्यों निशाना बनाते हैं।

उन्होंने कहा कि यह सरकार हिंदू-मुस्लिम मुद्दों के जरिए लोगों को बांटकर सत्ता में बनी रहती है। उनका एक ही एजेंडा है धार्मिक विभाजन पैदा करो और सत्ता में बने रहो। सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए मंदिर-मस्जिद पर लगातार बहस करने का क्या मतलब है? ये सब बंद होना चाहिए।

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Created On :   4 July 2025 9:42 PM IST

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