राजनीति: बिहार में विपक्ष के नेता राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं आरपी सिंह

बिहार में विपक्ष के नेता राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं आरपी सिंह
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण मामले पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। इस मुद्दे पर डाली गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद यह और भी तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने शुक्रवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी राजनीतिक जमीन खोज रहा है।

नई दिल्ली, 11 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण मामले पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। इस मुद्दे पर डाली गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद यह और भी तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने शुक्रवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी राजनीतिक जमीन खोज रहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को आधार कार्ड, मतदाता फोटो पहचान पत्र और राशन कार्ड को भी मतदाता पंजीकरण के लिए वैध दस्तावेज मानने के लिए कहा। इससे बिहार की राजनीति पर पड़ने वाले असर को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा, "ऐसा जरूरी नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ विचार करने के लिए ऐसा कहा है। पर तथ्य यह है कि आधार कार्ड निवास का प्रूफ नहीं बल्कि निवास का प्रूफ है। वहीं, निर्वाचन आयोग के जो पेपर हैं, उनमें पहले से ही आधार है।"

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "मूल बात यह है कि आज कांग्रेस और आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) के पास चुनाव लड़ने का नैरेटिव नहीं है। वे नया नैरेटिव खोज रहे हैं। हाल ही में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक गांव में जाकर महिला से कुछ सवाल किए। उन्होंने पूछा, 'बच्चे स्कूल जाते हैं? कैसे पढ़ते हैं? अंग्रेजी और कंप्यूटर पढ़ते हैं?' उन्हें सारे सवालों के जवाब सकारात्मक मिले। बल्कि महिला ने यह भी बताया कि उन्हें बाइसाइकिल मिली हुई है। महिला के जवाब के बाद राहुल गांधी को समझ में आ गया कि उनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है। यही वजह है कि अब वे नई जमीन खोज रहे हैं।"

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा पर दी गई टिप्पणी पर आर.पी. सिंह ने अफसोस जताया। उन्होंने कहा, "अफसोस यह है कि भगवंत मान, जो एक देश की कूटनीति पर बयानबाजी कर रहे हैं, उन्हें कूटनीति का 'क' नहीं पता। उन्हें कांव-कांव करने से पहले 10 बार सोचना चाहिए।"

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Created On :   11 July 2025 10:26 PM IST

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