रक्षा: संजय सेठ ने किया कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स का दौरा, रक्षा परियोजनाओं की समीक्षा

नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने हैदराबाद स्थित रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स का दौरा किया है। यहां उन्होंने भारतीय मिसाइल और हथियार प्रणाली कार्यक्रम की समीक्षा की।
उन्होंने यहां विमानन प्रणाली, शॉर्ट-रेंज मिसाइल और स्क्रैमजेट का निरीक्षण किया। यह मिसाइल कार्यक्रम रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल), आरसीआई और मिसाइल क्लस्टर लैब्स की उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला (एएसएल) द्वारा चलाए जा रहे हैं।
रक्षा राज्य मंत्री सेठ ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला के विभिन्न कार्य केंद्रों, अर्थात अस्त्र एमके वन और टू, वर्टिकली-लॉन्च्ड शॉर्ट-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल और स्क्रैमजेट का दौरा किया। भारत के विशिष्ट वैज्ञानिक व मिसाइल और सामरिक प्रणाली के महानिदेशक यू राजा बाबू और डीआरडीएल के निदेशक जीए श्रीनिवास मूर्ति इस दौरान मौजूद रहे।
उन्होंने रक्षा राज्य मंत्री को इन परियोजनाओं की स्थिति के बारे में जानकारी दी। संजय सेठ ने अनुसंधान केंद्र इमारत के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य केंद्रों का भी दौरा किया। यहां अनुसंधान केंद्र इमारत के निदेशक अनिंद्य बिस्वास ने उन्हें स्वदेशी नेविगेशन व विमानन प्रणाली, ऑनबोर्ड कंप्यूटर डिवीजन और इमेजिंग इंफ्रा-रेड सीकर सुविधाओं की प्रगति से अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान रक्षा राज्य मंत्री ने अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों के निर्माण के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की सराहना की।
उन्होंने वैज्ञानिकों से वर्तमान परिदृश्य में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सशस्त्र बलों को और मजबूत बनाने का आह्वान किया। गौरतलब है कि भारत ने गुरुवार को दो महत्वपूर्ण मिसाइल परीक्षण किए थे। ये परीक्षण भारत की सबसे महत्वपूर्ण मिसाइलों में शुमार पृथ्वी व अग्नि मिसाइल से जुड़े हैं।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारत ने पृथ्वी-II और अग्नि-I शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण किए हैं; दोनों ही मिसाइलों के ये टेस्ट फायर पूरी तरह सफल व कामयाब रहे। यह परीक्षण 17 जुलाई को ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) से किए गए। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दोनों मिसाइल परीक्षण स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (एसएफसी) के तत्वावधान में किए गए। परीक्षण के दौरान भारतीय मिसाइलों ने सभी संचालनात्मक और तकनीकी मानकों को सफलतापूर्वक प्रमाणित किया है।
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Created On :   18 July 2025 5:33 PM IST