स्वास्थ्य/चिकित्सा: अगर भूलने लगे हैं छोटी-छोटी बातें, तो रोजाना कुछ मिनट जरूर करें ये योगासन

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। आज ज्यादातर लोग अपनी कमजोर होती जा रही याददाश्त से जूझ रहे हैं। कभी-कभी हम छोटे-छोटे काम भी भूल जाते हैं, जैसे चश्मा कहां रखा है या किसी का जन्मदिन कब आता है। बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक यह समस्या आम हो गई है। बिगड़ती जीवनशैली, तनाव और मोबाइल-टीवी जैसी चीजों का ज्यादा इस्तेमाल हमारे दिमाग को कमजोर कर रहा है।
ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत जरूरी है ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई और बड़े अपने काम पर ध्यान दे सकें। इसके साथ ही याददाश्त भी तेज बनी रहे।
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, याददाश्त बढ़ाने के लिए योगासन सबसे आसान और असरदार तरीका है। योग केवल शरीर को मजबूत नहीं बनाता, बल्कि दिमाग को भी तेज और तंदरुस्त करता है।
कई वैज्ञानिक शोधों से पता चला है कि योग करने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे दिमाग को ज्यादा ऑक्सीजन और पोषण मिलता है। इससे दिमाग की कोशिकाएं ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं और याददाश्त बेहतर होती है। साथ ही योग तनाव कम करता है, जो याददाश्त कमजोर होने का एक बड़ा कारण है।
पद्मासन याददाश्त बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी है। इस आसन से दिमाग को आराम मिलता है और एकाग्रता बढ़ती है। जब हम पद्मासन की मुद्रा में ध्यान करते हैं तो हमारा मन शांत होता है और हम ज्यादा बेहतर तरीके से चीजों को याद कर पाते हैं। छात्रों के लिए यह योगासन खासकर अच्छा है, क्योंकि इससे उनका पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है।
त्रिकोणासन शरीर को लचीला बनाता है और मस्तिष्क तक रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। इस आसन को करने से हमारे दिमाग को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है, जिससे हमारा दिमाग तरोताजा रहता है और सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है। जब दिमाग स्वस्थ होता है, तो हम नई चीजें सीखने और याद रखने में बेहतर होते हैं। साथ ही, यह योगासन तनाव कम करता है, जो याददाश्त पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और मस्तिष्क को ऊर्जा देता है। साथ ही याददाश्त को तेज करता है। इससे हमारा दिमाग ज्यादा सक्रिय रहता है और हम आसानी से पढ़ाई या काम में ध्यान लगा पाते हैं।
शवासन करने से हमारा मन शांत होता है और तनाव कम होता है। जब मन शांत होता है, तो दिमाग बेहतर तरीके से काम करता है और चीजें ज्यादा अच्छी तरह याद रहती हैं। यह योगासन बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए बहुत फायदेमंद है।
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Created On :   14 Sept 2025 11:23 AM IST