बौद्धिक संपदा अधिकार का बड़ा देश बन चुका है चीन:चीनी विदेश मंत्रालय

बीजिंग, 3 जनवरी (आईएएनएस)। वर्तमान वर्ष पेटेंट सहयोग संधि (पीसीटी) में चीन के प्रवेश की 30वीं वर्षगांठ है।
बुधवार को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रेस वार्ता में संबंधित सवाल के जवाब में प्रवक्ता वांग वनपिन ने बताया कि पीसीटी में शामिल होने के 30 सालों में चीन ने निरंतर घरेलू बौद्धिक संपदा अधिकार कानून और व्यवस्था में सुधार किया और विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन के साथ सफलता से सहयोग किया।
चीनी आवेदकों से पीसीटी के जरिये प्रस्तुत अंतरराष्ट्रीय पेटेंट आवेदन पत्रों की संख्या लगातार चार साल तक विश्व के पहले स्थान पर रही। चीन सही मायने में बौद्धिक संपदा अधिकार का बड़ा देश बन चुका है और विश्व सृजन मानचित्र में एक अहम ध्रुव है।
उन्होंने जानकारी दी कि अब चीन के सौर ऊर्जा बैटरी के वैश्विक पेटेंट आवेदन पत्रों की संख्या 1 लाख 26 हजार 4 सौ है, जो विश्व में शीर्ष पर है। चीन के नवीन ऊर्जा वाहनों की बिक्री में पहले दस उद्यमों के वैश्विक पेटेंट पत्रों की संख्या 1 लाख से अधिक है, जो हरित व कम कार्बन व्यवसायों में अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के अंत तक चीन में विदेशियों के आविष्कार पेटेंट पत्रों की संख्या 8 लाख 61 हजार थी, जो गत वर्ष से 4.5 प्रतिशत बढ़ी। इससे जाहिर है कि विदेशी पूंजी वाले उद्यम चीन में बौद्धिक संपदा अधिकार की सुरक्षा को मान्यता देते हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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Created On :   3 Jan 2024 7:01 PM IST