राष्ट्रीय: हेमंत सोरेन ने कहा- मेरी गिरफ्तारी लोकतंत्र का काला अध्याय, साजिश में राजभवन भी शामिल

हेमंत सोरेन ने कहा- मेरी गिरफ्तारी लोकतंत्र का काला अध्याय, साजिश में राजभवन भी शामिल
झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्य विधानसभा में राजभवन और केंद्र सरकार की एजेंसियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी की रात को मेरी गिरफ्तारी लोकतंत्र का एक काला अध्याय है। एक सुनियोजित साजिश के तहत इसे अंजाम दिया गया है और राजभवन भी इस साजिश में शामिल है।

रांची, 5 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्य विधानसभा में राजभवन और केंद्र सरकार की एजेंसियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी की रात को मेरी गिरफ्तारी लोकतंत्र का एक काला अध्याय है। एक सुनियोजित साजिश के तहत इसे अंजाम दिया गया है और राजभवन भी इस साजिश में शामिल है।

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा सदन में पेश किए विश्वास मत प्रस्ताव पर बहस के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि इन्होंने मुझे साढ़े आठ एकड़ जमीन के घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है, लेकिन मैं चुनौती देता हूं कि अगर ये इससे जुड़ा एक भी कागज ये पेश कर दें, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।

हेमंत ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि ये लोग आदिवासियों, दलितों, अल्पसंख्यकों पर वर्षों से अत्याचार करते आए हैं और 31 जनवरी को मेरी गिरफ्तारी भी इसी तरह के अत्याचार का हिस्सा है। ये लोग चाहते हैं 50-100 साल पहले की तरह आदिवासी जंगलों में जाकर रहे।

उन्होंने कहा कि ये लोग भले मुझे जेल की सलाखों के भीतर डाल दें, लेकिन हम हार मानने वाले नहीं हैं। इन्हें पता नहीं है कि ये झारखंड है और यहां के अनगिनत आदिवासियों ने हमेशा शोषण-अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। हमारे खिलाफ साजिश करने वाले ये वो लोग हैं, जिन्होंने आज तक गांधी टोपी नहीं पहनी।

उन्होंने केंद्र सरकार का नाम लिए बगैर कहा कि इनके सहयोगी और मित्र 12 -14 लाख करोड़ डकारकर विदेशों में जाकर बैठ गए, लेकिन ये उनका बाल भी बांका नहीं कर पाए।

हेमंत सोरेन ने कहा, “मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, क्योंकि आपके लिए आंसुओं का कोई मोल नहीं है। मैं वक्त आने आने पर इनके एक-एक सवालों और षड्यंत्रों का मुंहतोड़ जवाब दूंगा।”

ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि ये कभी नहीं चाहते कि कोई आदिवासी झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा करे। मुझे तो क्या, इन्होंने अपनी पार्टी में भी किसी आदिवासी मुख्यमंत्री को पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   5 Feb 2024 2:53 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story