अंतरराष्ट्रीय: ऑपरेशन ब्रह्मा भारत ने म्यांमार में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए भेजी इंजीनियरों और डॉक्टरों की टीम

ऑपरेशन ब्रह्मा  भारत ने म्यांमार में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए भेजी इंजीनियरों और डॉक्टरों की टीम
भारत ने म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत मानवीय सहायता बढ़ा दी है। इस अभियान के तहत भारतीय इंजीनियरों की एक टीम ने मांडले और राजधानी नेपीडॉ में भूकंप से प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।

यांगून, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत ने म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत मानवीय सहायता बढ़ा दी है। इस अभियान के तहत भारतीय इंजीनियरों की एक टीम ने मांडले और राजधानी नेपीडॉ में भूकंप से प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।

भारत से गई एक मेडिकल टीम ने नैपिडॉ के एक अस्पताल में 70 घायलों का इलाज किया, जिसमें एक हड्डी रोग विशेषज्ञ भी शामिल था।

भारतीय दूतावास, यांगून ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया, "ऑपरेशन ब्रह्मा को और बढ़ाते हुए हमारी इंजीनियरिंग टीम ने मांडले में छह और नेपीडॉ में छह प्रभावित स्थलों का निरीक्षण किया। साथ ही, हमारे मेडिकल दल के ऑर्थोपेडिक सर्जन ने नेपीडॉ अस्पताल में 70 घायलों के इलाज में मदद की।"

इससे पहले म्यांमार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मो आंग ने भारतीय राजदूत अभय ठाकुर से मुलाकात की और भारत की त्वरित सहायता के लिए धन्यवाद दिया। दोनों ने सुरक्षा और द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा की।

कुछ दिन पहले, म्यांमार के प्रधानमंत्री और राज्य प्रशासन परिषद के चेयरमैन सीनियर जनरल मिन आंग हलाइंग ने भारत के फील्ड अस्पताल का दौरा किया था, जहां अब तक 800 से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है।

उल्लेखनीय है कि म्यांमार में 28 मार्च को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसके बाद भारत ने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया था, जिसके तहत सर्च और रेस्क्यू, राहत सामग्री और मेडिकल सहायता दी जा रही है।

भारत ने इस अभियान में अब तक छह विमान और पांच नौसैनिक जहाजों के जरिए 625 टन राहत सामग्री भेजी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस आपदा पर दुख जताया और मिन आंग हलाइंग को भारत की संवेदनाएं और सहायता का भरोसा दिया। गत 4 अप्रैल को बैंकॉक में बिम्सटेक सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात भी हुई।

इसके बाद, 5 अप्रैल को भारत ने आईएनएस घड़ियाल के जरिए 442 टन अतिरिक्त खाद्य सामग्री (चावल, तेल, नूडल्स और बिस्किट) म्यांमार भेजी। यह सामग्री थिलावा पोर्ट पर म्यांमार के यांगून के मुख्यमंत्री यू सो थेइन को सौंपी गई।

भारतीय दूतावास ने कहा, "भूकंप पीड़ितों की ज़रूरतों को पूरा करते हुए, भारत ने बड़ी मात्रा में खाद्य सहायता म्यांमार भेजी है।"

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Created On :   10 April 2025 11:51 PM IST

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