खेल: कुछ लोग महिला होने की परिभाषा पर अपना अधिकार जमाना चाहते हैं आईओसी चीफ थॉमस बाख
पेरिस, 3 अगस्त (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाख ने दो महिला मुक्केबाजों, इमाने खलीफ और लिन यू-टिंग, की पेरिस 2024 ओलंपिक में भागीदारी का समर्थन किया है। इन दोनों मुक्केबाजों को 'जैविक रूप से पुरुष' होने के कारण विवादों का सामना करना पड़ रहा है।
खलीफ अल्जीरिया की मुक्केबाज हैं और लिन ताइवान की दो बार की विश्व चैंपियन हैं। इन दोनों को अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) के पात्रता मानकों को पूरा नहीं करने के कारण, 2023 विश्व चैंपियनशिप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
आईबीए के नियमों के अनुसार, पुरुष एक्सवाई गुणसूत्र वाले एथलीट, जिन्हें मेडिकल तौर पर जैविक रूप से पुरुष माना जाता है, महिलाओं की स्पर्धाओं में भाग नहीं ले सकते हैं। इसी कारण से खलीफ और लिन को महिला प्रतिस्पर्धी होने के बावजूद अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए, बाख ने आईओसी के रुख को दोहराया, और इस बात पर जोर दिया कि दोनों एथलीटों का जन्म, पालन-पोषण, कानूनी और पेशेवर रूप से महिला के रूप में हुआ है।
बाख ने कहा, "हम महिला मुक्केबाजी के बारे में बात कर रहे हैं, और हमारे पास दो मुक्केबाज हैं जिनका जन्म महिला के रूप में हुआ है, जिनका पालन-पोषण महिला के रूप में हुआ है, जिनके पास महिला के रूप में पासपोर्ट है, और जिन्होंने कई वर्षों तक महिला के रूप में प्रतिस्पर्धा की है। और यही एक महिला की स्पष्ट परिभाषा है।"
हाल ही में हुए एक मुकाबले में इमाने खलीफ की वेल्टरवेट राउंड-ऑफ-16 मुकाबले में इटली की एंजेला कैरिनी पर जीत के बाद यह विवाद तूल पकड़ रहा है। इमाने खलीफ ने सिर्फ 46 सेकंड में यह मुकाबला जीत लिया था। इसके बाद खलीफ को ओलंपिक में भाग लेने की इजाजत देने के लिए आईओसी की कड़ी निंदा हो रही है। इमाने खलीफ भी सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर हैं।
थॉमस बाख ने इन एथलीटों के खिलाफ सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर हो रही नफरत भरी टिप्पणियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए महिला की परिभाषा को बदलना चाहते हैं।
बाख ने कहा, "हम देख रहे हैं कि कुछ लोग महिला होने की परिभाषा पर अपना अधिकार जमाना चाहते हैं। मैं उन्हें आमंत्रित कर सकता हूं कि वे 'महिला' की एक नई वैज्ञानिक परिभाषा पेश करें।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि आईओसी नए वैज्ञानिक प्रमाणों पर विचार करने के लिए तैयार है, लेकिन राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित सांस्कृतिक युद्ध में शामिल नहीं होगा।
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Created On :   3 Aug 2024 7:23 PM IST