दक्षिण कोरिया ली ने शी के साथ की उच्च स्तरीय बैठक, चीन को बताया 'अटूट साझेदार'

दक्षिण कोरिया ली ने शी के साथ की उच्च स्तरीय बैठक, चीन को बताया अटूट साझेदार
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने शनिवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पहली शिखर वार्ता की और चीन को अपना 'अटूट साझेदार' बताया।

ग्योंगजू, 1 नवंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने शनिवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पहली शिखर वार्ता की और चीन को अपना 'अटूट साझेदार' बताया।

ली ने दक्षिण कोरिया में 11 साल बाद शी के पहले दौरे का स्वागत किया। शी दक्षिण-पूर्वी शहर ग्योंगजू में हुए एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन समिट में हिस्सा लेने पहुंचे थे। ली ने उम्मीद जताई कि उनकी समिट "ठोस नतीजों" की नींव रखेगी, जिसे दोनों देशों के लोग महसूस कर सकें।

ली ने कहा कि हाल ही में चीन और उत्तर कोरिया के बीच हाई-लेवल बातचीत ज्यादा सक्रिय हो गई है, और इसे एक सकारात्मक कदम बताया जो प्योंगयांग के साथ फिर से बातचीत शुरू करने के लिए अनुकूल हालात बनाता है।

उन्होंने दक्षिण कोरिया के आधिकारिक नाम का जिक्र करते हुए कहा, "मुझे उम्मीद है कि रिपब्लिक ऑफ कोरिया और चीन अपनी स्ट्रेटजिक कम्युनिकेशन को और मजबूत बनाएंगे और बदले हालातों के बीच उत्तर कोरिया के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की दिशा में काम करेंगे। क्षेत्रीय सुरक्षा जरूरी है, इसे कम करके नहीं आंका जा सकता।"

योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक संबंधों पर, ली ने कहा कि द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग "वर्टिकल स्ट्रक्चर" से "हॉरिजॉन्टल स्ट्रक्चर" में बदल गया है, और "आपसी फायदे वाले" रिश्ते बनाने की जरूरत पर बल दिया।

शी ने कहा कि चीन दक्षिण कोरिया के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और पॉलिसी में निरंतरता और स्थिरता बनाए रखेगा।

शी ने एक अनुवादक (द्विभाषिए) के जरिए कहा, "(चीन) दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत को और गहरा करने और मिलकर चुनौतियों का सामना करने को तैयार है। इसके साथ ही द्विपक्षीय रणनीतिक रिश्ते को स्थिर और दीर्घकालिक बनाने के साथ ही क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित करने और विकास में अधिक योगदान देगा।"

शी ने दक्षिण कोरिया और चीन को "करीबी पड़ोसी जो अलग नहीं हो सकते और अटूट साझेदार" बताते हुए कहा कि दोनों देशों ने लगातार बातचीत और सहयोग से मिलकर तरक्की हासिल की है।

उन्होंने कहा, "चीन-दक्षिण कोरिया संबंधों को बढ़ावा देना हमेशा दोनों देशों के लोगों के हित में रहा है, और यह समय के अनुरूप एक सही विकल्प भी है।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   1 Nov 2025 3:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story