अंतरराष्ट्रीय: यूएन एजेंसी ने सुरक्षा बलों पर सूडान में मदद करने में बाधा डालने का आरोप लगाया

यूएन एजेंसी ने सुरक्षा बलों पर सूडान में मदद करने में बाधा डालने का आरोप लगाया
संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने सोमवार को अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) पर जरूरतमंदों तक मानवीय सहायता पहुंचाने में बाधा डालने का आरोप लगाया। यह आरोप विशेष रूप से पश्चिमी सूडान के दारफुर क्षेत्र में लगाया गया।

खार्तूम, 10 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने सोमवार को अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) पर जरूरतमंदों तक मानवीय सहायता पहुंचाने में बाधा डालने का आरोप लगाया। यह आरोप विशेष रूप से पश्चिमी सूडान के दारफुर क्षेत्र में लगाया गया।

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने एक बयान में कहा, "आरएसएफ से संबद्ध सूडानी राहत एवं मानवीय कार्य एजेंसी (एसएआरएचओ) के लगातार लगाए गए प्रतिबंध और नौकरशाही बाधाएं, लोगों तक जीवन रक्षक सहायता पहुंचने में बाधा डाल रही हैं।"

इसमें कहा गया है कि एसएआरएचओ की बार-बार की गई प्रतिबद्धताओं के बावजूद, मानवीय कार्यकर्ताओं को अवरोध, अनुचित हस्तक्षेप और परिचालन प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून और सूडान के नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता का उल्लंघन है।

ओसीएचए ने एसएआरएचओ से तत्काल और ठोस कदम उठाकर समग्र मानवीय समुदाय के साथ जुड़ने की अपील की, ताकि तुरंत जीवन रक्षक सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। साथ ही सहायता काफिलों के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सके। वहीं, सैन्य सहायता की मांग सहित मानवीय कार्यों में हस्तक्षेप को समाप्त किया जा सके।

बयान में कहा गया, "सूडान में मानवीय समुदाय एसएआरएचओ से अपील करता है कि वह मानवीय कार्यकर्ताओं, परिसंपत्तियों और कार्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करे। इससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे बिना किसी धमकी या दबाव के काम कर सकें।"

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 13 अगस्त, 2023 को, आरएसएफ ने सूडान में अंतरराष्ट्रीय मानवीय समुदाय के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए एसएआरएचओ की स्थापना की घोषणा की। स्थापना से उसके नियंत्रण वाले क्षेत्रों यानी दारफुर में मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके।

पिछली संयुक्त राष्ट्र रिपोर्टों ने संकेत दिया था कि सूडान की आधी से अधिक आबादी अब खाने की कमी का सामना कर रही है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश में चल रहे युद्ध के कारण सूडान में 28.9 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है।

अंतरराष्ट्रीय संगठनों के ताजा अनुमानों के अनुसार, अप्रैल 2023 के मध्य से सूडान सशस्त्र बलों और आरएसएफ के बीच विनाशकारी संघर्ष की चपेट में है। इसमें कम से कम 29,683 लोगों की जान चली गई और 1.5 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हो गए।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   10 Feb 2025 10:19 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story