राष्ट्रीय: भाजपा ने विकास के साथ विरासत को अपनी नीति का हिस्सा बनाया पीएम मोदी

भाजपा ने विकास के साथ विरासत को अपनी नीति का हिस्सा बनाया पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोई भी देश अपनी संस्कृति और परंपरा के संरक्षण को महत्व दिए बिना विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता, और पिछली सरकारों के विपरीत भाजपा ने विकास और विरासतों के संरक्षण पर एक साथ जोर दिया है।

गुवाहाटी, 4 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोई भी देश अपनी संस्कृति और परंपरा के संरक्षण को महत्व दिए बिना विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता, और पिछली सरकारों के विपरीत भाजपा ने विकास और विरासतों के संरक्षण पर एक साथ जोर दिया है।

गुवाहाटी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से आज़ादी के बाद "जिन्होंने लंबे समय तक देश में सरकारें चलाईं, वे आस्था के इन पवित्र स्थानों का महत्व समझ नहीं पाए"।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी देश, अपने अतीत को ऐसे मिटाकर, ऐसे भुलाकर, अपनी जड़ों को काटकर कभी विकसित नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा, “बीते 10 वर्षों में अब भारत में स्थितियां बदल गई हैं। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने विकास और विरासत को अपनी नीति का हिस्सा बनाया है। असम में आस्था, अध्यात्म और इतिहास से जुड़े सभी स्थानों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। विरासत को संजोने के इस अभियान के साथ ही विकास का अभियान भी उतनी ही तेजी से चल रहा है।”

मोदी ने दावा किया कि उनकी सरकार ने देश भर में रिकॉर्ड संख्या में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का निर्माण किया है।

उन्होंने कहा, "बीते 10 वर्षों के दौरान देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या करीब-करीब डबल हो चुकी है। पहले बड़े संस्थान सिर्फ बड़े शहरों में ही होते थे। हमने आईआईटी, एम्स, आईआईएम जैसे संस्थानों का नेटवर्क पूरे देश में फैलाया है।"

प्रधानमंत्री ने असम का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा सरकार से पहले 6 मेडिकल कॉलेज थे, आज 12 मेडिकल कॉलेज हैं।

उन्होंने कहा कि नवीनतम केंद्रीय बजट में अगले एक साल में बुनियादी ढांचे के विकास में कम से कम 11 लाख करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की गई है।

मोदी ने कहा, “2014 के पहले 10 वर्षों में कुल 12 लाख करोड़ रुपए इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट रहा...। यानि जितना पहले की केंद्र सरकार ने अपने 10 साल में खर्च किया था, करीब-करीब उतनी राशि हमारी सरकार अगले एक साल में खर्च करने जा रही है।"

उन्होंने यह भी कहा कि तीर्थों के संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों से पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “काशी कॉरिडोर बनने के बाद, वहां रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। बीते एक वर्ष में साढ़ आठ करोड़ लोग काशी गए हैं। अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा को अभी कुछ ही दिन हुए हैं। 12 दिन में ही अयोध्या में 24 लाख से ज्यादा लोग दर्शन कर चुके हैं।”

उन्होंने जोर देकर कहा कि एक बार गुवाहाटी में प्रस्तावित मां कामाख्या दिव्यलोक बनने के बाद यहां भी हम ऐसा ही दृश्य देखने वाले हैं।

प्रधानमंत्री ने रविवार को गुवाहाटी के खानापारा में वेटरनरी कॉलेज खेल के मैदान से असम की कई प्रमुख विकास परियोजनाओं की शुरुआत की।

असम सरकार ने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर परियोजना के अनुरूप कामाख्या मंदिर कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है। मोदी ने गुवाहाटी में नए हवाई अड्डे के टर्मिनल से छह लेन की सड़क और नेहरू स्टेडियम को फीफा मानकों के अनुरूप अपग्रेड करने जैसी अन्य प्रमुख परियोजनाओं के साथ इस परियोजना का भी उद्घाटन किया।

पीएम मोदी ने असोम माला सड़कों के दूसरे संस्करण का भी शुभारंभ किया. इस चरण में कुल 3,444 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसमें 38 कंक्रीट पुल और 43 नई सड़कें शामिल होंगी।

उन्होंने गौहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की नई, एकीकृत सुविधा की आधारशिला रखी, जिसके निर्माण में 3,250 करोड़ रुपये की लागत आएगी और गुवाहाटी में प्रस्तावित 297 करोड़ रुपये के यूनिटी मॉल और 578 करोड़ रुपये के करीमगंज मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री ने हाल ही में निर्मित चार-लेन की दो सड़कों का उद्घाटन किया है: एक डोलाबारी से जमुगुरी तक, जिसकी लागत 592 करोड़ रुपये है, और दूसरी बिस्वनाथ चरियाली से गोहपुर तक, जिसकी लागत 1,451 करोड़ रुपये है।

कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री ने असम में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन किया है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   4 Feb 2024 6:46 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story