भविष्य के कार्यस्थल जहाँ पर्यावरण संतुलन और तकनीक के समागम से होगा कर्मचारी कल्याण

भविष्य के कार्यस्थल जहाँ पर्यावरण संतुलन और तकनीक के समागम से होगा कर्मचारी कल्याण
फोकसऑन ( FocusOn Interiors ) के सह-संस्थापक राजा खान ने बताया किस प्रकार आज कार्यस्थल बदल रहे हैं और तकनीक की आधरित आधुनिक डिज़ाइन वाले, पर्यावरण संतुलन को बढ़ावा देने वाले कार्यस्थल बनाये जा रहे हैं।

नई दिल्ली, नवंबर 26: बदलते समय और विकास प्रक्रिया के साथ भारत के कार्यालय एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं। डेस्क, केबिन और कॉन्फ़्रेंस रूम वाला पुराना मॉडल अब पीछे छूट रहा है। कार्यस्थल अब ऐसे संपूर्ण इकोसिस्टम के रूप में उभर रहे हैं जो पर्यावरण और पृथ्वी संरक्षण को ध्यान में रख कर बनाये जाते हैं, स्मार्ट तकनीक का उपयोग करते हैं और काम करने वाले लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देते हैं। फोकसऑन ( FocusOn Interiors ) के सह-संस्थापक राजा खान ने बताया किस प्रकार आज कार्यस्थल बदल रहे हैं और तकनीक की आधरित आधुनिक डिज़ाइन वाले, पर्यावरण संतुलन को बढ़ावा देने वाले कार्यस्थल बनाये जा रहे हैं।

यह बदलाव कॉर्पोरेट भारत में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। फ़ोकसऑन इंटीरियर्स इस परिवर्तन को वास्तविक समय में विकसित कर रहा है। कोविड महामारी के बाद, बड़े संगठन अब केवल कार्यात्मक कार्यालय नहीं चाहते। वे ऐसे स्थान चाहते हैं जो पर्यावरण के अनुकूल हों, स्मार्ट हों और कर्मचारियों के कल्याण पर केंद्रित हों। यह परिवर्तन कोई ट्रेंड नहीं है—यह असल में एक सुविचारित प्रतिस्पर्धी लाभ है।

स्मार्ट और पर्यावरण संतुलन पर आधारित कार्यस्थल क्यों महत्वपूर्ण है

कंपनियों ने एक बात समझ ली है कि ऑफिस का डिज़ाइन उत्पादकता, प्रतिभा को बनाए रखने, कार्यकुशलता और यहां तक कि ब्रांड पहचान को भी प्रभावित करता है। एक अच्छी तरह से योजनाबद्ध कार्यस्थल सिर्फ अच्छा दिखता नहीं—यह व्यवसाय का एक शक्तिशाली उपकरण बन जाता है। इस नींव के तीन स्तंभ हैं: पर्यावरण संतुलन, तकनीक और कर्मचारी कल्याण

पर्यावरण संतुलन आधारित सतत विकास: भविष्य के ऑफिस की आधारशिला

पर्यावरण संतुलन आधारित सतत विकास: अब केवल एक उद्देश्य नहीं, बल्कि एक अनिवार्यता बन चुकी है। कंपनियाँ ऐसे ऑफिस चाहती हैं जो ऊर्जा की खपत कम करें, कचरा घटाएँ और कार्बन फुटप्रिंट कम करें। फ़ोकसऑन इंटीरियर्स पर्यावरण-अनुकूल सामग्री और कम VOC फिनिश का उपयोग करता है। अत्यधिक कृत्रिम रोशनी के स्थान पर प्राकृतिक प्रकाश को महत्व दिया जाता है। मॉड्यूलर निर्माण कचरे को कम करता है। इनडोर पौधों और प्राकृतिक टेक्सचर जैसे बायोफिलिक डिज़ाइन वायु गुणवत्ता सुधारते हैं और तनाव कम करते हैं। प्रीफैब निर्माण साइट पर धूल और प्रदूषण घटाता है। ग्रीन डिज़ाइन सिर्फ सजावटी प्रयोग नहीं अपितु एक संसाधन-स्मार्ट, दीर्घकालिक योजना है।

तकनीक: नए ऑफिस का आधार

तकनीक एक गहरी लेकिन शांत क्रांति ला रही है। स्मार्ट सिस्टम अब तापमान से लेकर बुकिंग और एक्सेस तक सब कुछ संभालते हैं। परियोजनाओं में IoT ( इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स ) संचालित लाइटिंग और क्लाइमेट कंट्रोल, स्मार्ट एक्सेस और विज़िटर सिस्टम, वास्तविक उपयोग को ट्रैक करने वाले सेंसर, टचलेस फीचर्स, डिजिटल-फर्स्ट मीटिंग स्पेस और ध्वनि नियंत्रण के लिए एकॉस्टिक इंटेलिजेंस शामिल हैं। तकनीक लोगों की जगह नहीं ले रही बल्कि रुकावटें हटाकर उनकी उत्पादकता बढ़ा रही है।

कर्मचारी कल्याण: नए कार्यस्थल की धुरी

आज का कर्मचारी सिर्फ प्रीमियम लुक नहीं चाहता। वह आराम, संतुलन और स्वस्थ कार्य-दिवस चाहता है। इसलिए ऑफिस डिज़ाइन अब एर्गोनोमिक सेटअप, बेहतर वायु प्रणालियों और शांत क्षेत्रों को शामिल करता है। ब्रेकआउट स्पेस मानसिक स्वास्थ्य को सहारा देते हैं। साउंडप्रूफ पॉड्स ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं। गर्म रोशनी आँखों का तनाव कम करती है। प्रवाह आधारित लेआउट स्वाभाविक गति को बढ़ावा देते हैं। एक कार्यस्थल तभी सफल होता है जब उसके भीतर के लोग प्रेरित और समर्थित महसूस करें।

ऑफिस डिज़ाइन का भविष्य इन तीन शक्तियों के संगम पर टिका है। सर्वश्रेष्ठ कार्यस्थल वे होंगे जो टिकाऊ हों, डिजिटल रूप से जुड़े हों और भावनात्मक रूप से सहायक हों। ऐसे स्थान टीमों को बेहतर सोचने और तेज़ी से सहयोग करने में सक्षम बनाते हैं। फ़ोकसऑन इंटीरियर्स में हर प्रोजेक्ट एक उद्देश्यपूर्ण वातावरण बनाने का अवसर है—जहाँ डिज़ाइन सजावट नहीं, बल्कि रणनीति है।

Created On :   27 Nov 2025 4:48 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story