अंतरराज्यीय प्रकल्प तोतलाडोह के 10, पेंच के 14 गेट खोले गए
![10 gates of interstate project Totladoh, 14 of screw opened 10 gates of interstate project Totladoh, 14 of screw opened](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2020/08/10-gates-of-interstate-proclam-totladoh-14-of-pench-opened_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश दो राज्यों का अंतरराज्यीय प्रकल्प तोतलाडोह में 96.6 प्रतिशत जल भंडारण होने के बाद उसके 14 में से 10 दरवाजे 16 अगस्त की सुबह खोल दिए गए हैं। इसमें से कुल 417 क्यूसेक पानी पेंच नदी में जा रहा है। दूसरी तरफ पेंच जलाशय के भी 16 में से 14 गेट खोले गए हैं। यह जानकारी उपविभागीय सिंचाई अभियंता राजेश धोटे ने दी है। पेंच और कन्हान नदी के तटीय क्षेत्रवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी प्रशासन ने दी है।
कब खोले गए कितने गेट
14 अगस्त को तोतलाडोह जलाशय के सुबह 11 बजे 2 और शाम को 2 इस प्रकार 4 दरवाजे खोले गए थे। तब जलाशय में 95.40 प्रतिशत पानी था। अच्छी बारिश और चौरई बांध से मिल रहे पानी से तोतलाडोह में पानी की आवक अच्छी है। 16 अगस्त को जलसंचय 95.63 प्रश. होने के बाद सुबह और 6 दरवाजे 0.30 मीटर तक खोले गए, जिसके चलते 10 दरवाजे से 316.84 क्यूसेक और यहां के बिजली निर्माण केंद्र से 101 क्यूसेक इस प्रकार कुल 417.74 क्यूसेक पानी का बहाव शुरू है।
जलापूर्ति और सिंचाई की चिंता नहीं
पेंच जलाशय में 16 अगस्त की शाम को 16 में से 14 गेट करीब 0.30 मीटर तक खोले गए। जिसमें से 443.576 क्यूसेक पानी का बहाव हो रहा है। तोतलाडोह से निकला पानी 30 किमी की दूरी पर निचले हिस्से में बने पेंच जलाशय में जमा होता है, जिससे इसे भी तकनीकी रूप से खाली करना पड़ता है। इसके चलते 14 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। यह पानी पेंच नदी से कन्हान नदी में जाता है। गत वर्ष 11 सितंबर को 95 प्र. जलभराव के बाद तोतलाडोह के गेट खोलने की स्थिति बनी थी, जबकि गत वर्ष 15 अगस्त को तोतलाडोह डेड स्टाॅक की स्थिति में था।
14 अगस्त 2019 को मप्र. के चौरई डैम से निरंतर पानी छोड़ने के बाद तोतलाडोह खुद के दरवाजे खोलने की स्थिति में आ गया था। अब इस वर्ष अगस्त माह के मध्य में ही यह लबालब हो गया है, जिससे मनपा, नागपुर की जलापूर्ति, 70 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्र की सिंचाई और उद्योगों को पर्याप्त पानी की चिंता मिट गई है। सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रवीण झोड, अधीक्षक अभियंता जयंत गवली, शाखा अभियंता अक्षय वाकडेकर बदलते हालात पर नजर रखे हुए हैं।
Created On :   17 Aug 2020 8:01 AM GMT