धंतोली थाने में 1.80 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज

धंतोली थाने में 1.80 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज
नागपुर धंतोली थाने में 1.80 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यवतमाल के एक डॉक्टर और उनके बेटे के साथ निवेश करने के नाम पर ठगी किए जाने के मामले में धंतोली थाने में आरोपी आरोपी विकास श्यामसुंदर बोरा (45) संताजी सोसाइटी बालपांडे ले आउट नरेंद्र नगर नागपुर निवासी पर धारा 420, 406 और 417 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी विकास बोरा ने यवतमाल निवासी डाॅ. संजू जोशी और उनके बेटे से करीब 1.50 करोड़ की ठगी की थी। आरोपी बोरा की करतूत सामने आने पर उसने डाॅ. जोशी के बेटे को 38.80 लाख रुपए तो वापस कर दिया, लेकिन बाकी रकम के लिए टालमटोल करने लगा था।

डाॅ. जोशी और उनके बेटे को निवेश के साथ ठगी की गई। आरोपी बोरा ने डाॅ. प्रवीण गंटावार और शरद लुटे से भी डाॅ. जोशी को मिलवाया था, तब इन्होंने कहा था कि बोरा फार्मेसी की दुकान चालू करने वाला है। इस प्रकरण में डाॅ. प्रवीण गंटावार और शरद लुटे की क्या भूमिका रही है। यह जल्द ही धंतोली पुलिस द्वारा जांच के दौरान सामने आ जाएगी। फिलहाल धंतोली पुलिस ने आरोपी विकास बोरा पर विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि आरोपी विकास बोरा की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। उल्लेखनीय है कि डाॅ. गंटावार महानगरपालिका में अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। उनके खिलाफ इसके पहले एक प्रकरण दर्ज होने के कारण निलंबित कर दिया गया था, निलंबन के बाद उन्होंने स्वेच्छा निवृत्ति ले ली थी। डाॅ. गंटावार दंपति के खिलाफ एसीबी का भी शिकंजा कसा था। इस दंपति की संपति की जांच की गई थी।

क्या है मामला 
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जोशी जिगलैंड अस्पताल, दाते काॅलेज राेड, यवतमाल निवासी डाॅ. संजू लखनलाल जोशी (58) ने धंतोली थाने में ठगी की शिकायत की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके साथ जून से 5 दिसंबर 2022 के दरमियान धोखाधड़ी की गई।  उनके मित्र सुजीत गुलालकारी ने आरोपी विकास श्यामसुंदर बोरा (45) संताजी सोसाइटी बालपांडे ले आउट नरेंद्र नगर नागपुर निवासी से मुलाकात करा दी थी। इस पहचान की बदौलत विकास ने डाॅक्टर जोशी से संपर्क जारी रखा। विकास बोरा फार्मासिस्ट है। उसने डाॅ. जोशी का परिचय डाॅ. प्रवीण गंटावार और शरद लुटे से धंतोली के कोलंबिया अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर में ले जाकर कराया था।  विकास ने डाॅ. जोशी को बताया था कि वह फार्मसी की दुकान खोलने वाला है। इसके लिए उसने इनके साथ रिफंडेबल करारनामा किया।

बोरा ने डाॅ. जोशी से 1.50 करोड़ रुपए के निवेश करने की बात की, इसके बदले में उन्हें  3 लाख रुपए हर माह देने का वादा किया। डाॅ. जोशी से कहा गया कि उसे फार्मसी की दुकान चलाने का अनुभव नहीं है, इसलिए रिफंडेबल करारनामा किया गया। आरोपी बोरा के झांसे में आकर  डाॅ. जोशी ने अलग-अलग तारीख पर आरोपी बोरा को करीब 1.50 करोड़ रुपए आरटीजीएस से दिया। डाॅ. जोशी के बेटे को संदेह होने पर वह आरोपी बोरा से मिलने गए तो उसने  डाॅ. जोशी के बेटे को भी अपनी बातों में फांस लिया।  डाॅक्टर जोशी के बेटे से भी 7 लाख 35 हजार रुपए बोरा ने लिया। आरोपी बोरा की कार्यशैली पर संदेह होने पर  डाॅ. जोशी के बेटे ने अपने पैसे वापस मांगे।  डाॅ. जोशी के बेटे को करीब 38 लाख 80 हजार रुपए वापस कर दिया गया और बाकी 1 करोड़ 18 लाख 55 हजार रुपए वापस करने के िलए टालमटोल शुरू कर दी गई। इसके लिए डाॅ. संजू जोशी ने धंतोली थाने में शिकायत की पुलिस ने आरोपी विकास बोरा पर विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

आर्थिक अपराध शाखा पुलिस को सौंपा जाएगा मामला 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामला 1.18 करोड़ की ठगी से जुड़ा होने से इसे आर्थिक अपराध शाखा पुलिस को सौंपा जा सकता है। इस प्रकरण की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने सही दिशा में जांच की तो कुछ और लोग भी बेनकाब हो जाएंगे। 
 

Created On :   2 Feb 2023 7:29 AM GMT

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