पहली खेप में चंद्रपुर भिजवाया गया 32 घनफीट सागौन

32 cubic feet teak was sent to Chandrapur in the first consignment
पहली खेप में चंद्रपुर भिजवाया गया 32 घनफीट सागौन
अयोध्या के राम मंदिर में पहली खेप में चंद्रपुर भिजवाया गया 32 घनफीट सागौन

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।  वनों से व्याप्त गड़चिरोली जिले के वनों में प्रचूर मात्रा में उपलब्ध बेशकीमती सागौन का उपयोग अयोध्या के राम मंदिर में किया जाना अब पूरी तरह तय हो गया है। राम मंदिर के लिए आलापल्ली के वनों का 1 हजार 855 घनफीट सागौन का उपयोग किया जाएगा। आलापल्ली स्थित महाराष्ट्र वनविकास महामंडल के अधिकारियों ने पहली खेप के रूप में चंद्रपुर की शोभायात्रा के लिए 32 घनफीट  सागौन दो दिन पूर्व ही रवाना कर दिया है। जबकि शेष 1823 घनफीट सागौन आलापल्ली के सॉ मिल में तैयार होने की जानकारी एफडीसीएम के अधिकारियों ने दी है। 

अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 1855 घनफीट सागौन की कीमत कुल 1 करोड़ 32 लाख रुपए   बतायी गयी है।   बता दें कि, गड़चिरोली जिले के सागौन को प्रभु श्रीराम मंदिर में लगाने का सम्मान मिलने से जिले के साथ ही आलापल्ली का मान देशस्तर पर ऊंचा उठा है। जिले का सागौन विभिन्न वस्तु, दरवाजें, फर्निचर बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध है। एक माह पूर्व अयोध्या  मंदिर की विशेषज्ञ टीम आलापल्ली के एफडीसीएम कार्यालय पहुंची थी। जहां टीम के अधिकारियों ने क्षेत्र में उपलब्ध सागौन के गुणवत्ता की जांच की।

इस गुणवत्ता में आलापल्ली का सागौन खरा उतरते ही मंदिर के लिए आवश्यक दरवाजें, खिड़कियां, नक्काशीकाम तथा विभिन्न शो-पीस बनाने के लिए इस सागौन का चयन किया गया। उल्लेखनीय यह भी है कि, इसके पूर्व नई दिल्ली स्थित नए संसद भवन के लिए भी आलापल्ली के सागौन का ही चयन किया गया था। आलापल्ली के ग्लोरी आफ फॉरेस्ट में उच्चस्तर का सागौन उपलब्ध है। संसद भवन के सौंदर्य में चार चांद लगाने के बाद अब यहां के सागौन का उपयोग रामलला के मंदिर में भी किया जाएगा। आलापल्ली के सॉ मिल में मंदिर के लिए प्रस्तावित 1855 घनफीट सागौन तैयार कर लिया गया है, जिसमें से पहली खेप के रूप में चंद्रपुर की शोभायात्रा के लिए 32 घनफीट सागौन रवाना कर दिया गया है। अयोध्या मंदिर की मांग के बाद शेष सागौन आलापल्ली से सीधे अयोध्या भेजा जाएगा। 
 

Created On :   29 March 2023 2:17 PM IST

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