25 दिन में 32 मौतें, हेलमेट लगा होता तो शायद बच जाती जान, सडक़ हादसों में जान गंवाने वालों में अधिकांश बाइक सवार
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। सडक़ दुर्घटनाओं में हर साल बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा देते है। दुर्घटनाओं में अधिकांश मृतक बाइक सवार है। बड़ी बात यह है कि लगभग सभी हादसों में बाइक सवारों के सिर पर चोट आने से मौत हुई है। यदि बाइक सवार हेलमेट पहने होते तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
सडक़ दुर्घटनाओं के आंकड़ें देखे जाएं तो अप्रैल माह के बीते 25 दिनों में 35 भीषण हादसे हुए। इन हादसों में 32 लोगों ने जान गंवा दी और 35 लोगों को गंभीर चोट आई है। मृतकों में 90 प्रतिशत बाइक सवार थे। पुलिस की तमाम सख्ती और हिदायतों के बाद भी बाइक सवार हेलमेट और कार सवार सीट बेल्ट नहीं लगाते। यातायात विभाग द्वारा हर चौक-चौराहें पर लोगों को हेलमेट लगाने जागरुक किया जा रहा है और जरुरत पडऩे पर चालान भी काटे जाते है। इसके बाद भी लोगों में जागरुकता की कमी है।
जनवरी से अब तक 158 मौतें-
जनवरी से अब तक जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों मेें 393 भीषण सडक़ हादसे हुए। इन हादसों में 158 लोगों की मौत और 263 लोगों के हाथ-पैर टूटे है। सिर पर चोट आने से कई लोगों की मौत हुई है। बाइक सवार लापरवाही न बरततें और यातायात के नियमों का पालन करते तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
समय पर इलाज मिलने से बच सकती है जान-
सडक़ हादसे के लगभग आधा घंटे के भीतर यदि घायल को इलाज मिल सके, तो उसकी जान बचाई जा सकती है। घायल को प्राथमिक इलाज भी मिल जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है, लेकिन कई प्रकरणों में सामने आया है कि अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं मिलते। जिससे मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता।
क्या कहते हैं अधिकारी-
दुर्घटनाओं में ज्यादातर बाइक सवारों की मौत हेलमेट न पहनने की वजह से होती है। दुपहिया चलाते समय हमेशा हेलमेट पहने और वाहन की गति पर नियंत्रण रखें। वाहन चालकों को जागरुक करने जागरुकता रथ निकाला गया है।
-आरपी चौबे, डीएसपी, यातायात
Created On :   27 April 2023 9:34 PM IST