विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया ब्रह्मा बाबा का 54 वां पुण्य स्मृति दिवस

54th Punya Memorial Day of Brahma Baba celebrated as World Peace Day
विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया ब्रह्मा बाबा का 54 वां पुण्य स्मृति दिवस
पन्ना विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया ब्रह्मा बाबा का 54 वां पुण्य स्मृति दिवस

डिजिटल डेस्क पन्ना। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के साकार संस्थापक पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की पुण्य स्मृति दिवस पर सभी भाई बहनों ने मौन धारण करके उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। बहिनजी ने आपके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, संसार में परिवर्ततन समय-समय पर होते रहते हैं, महान विभूतियों ने जन्म लेकर ज्ञान-विज्ञान, कला और संस्कृति  के उत्थान द्वारा समाज को नई दिशा दी परन्तु यहां हम उस महामूर्ति के चरित्र का वर्णन करने जा रहे हैं जिन्होंने ईश्वरीय प्रेरणा व आज्ञा से मानव संस्कारों के परिवर्तन द्वारा संसार परिवर्तन का एक महान कार्य किया। आपने कहा कि, परमपिता शिव परमात्मा जो जन्म मरण से न्यारे हैं। जिनका अपना कोई शरीर न होने के कारण जिन्हें निराकार भी कहा जाता है, वे कल्पांत के अति धर्म ग्लानि की बेला में एक वृद्ध मानवीय तन में परकाया प्रवेश करके अवतरित होते हैं और उस वृद्ध तन का कत्र्तव्यवाचक नाम प्रजापिता ब्रह्मा रखते हैं। परमात्मा ब्रह्माजी को संकल्प देते हैं कि, तुम्हें मेरी श्रीमत पर इस दुनिया को नर्क से स्वर्ग बनाना है, विश्व परिवर्तन के निमित्त बनना है। सन 1937 में परमपिता परमात्मा शिव ने ब्रह्माबाबा के साकार तन का आधार ले ज्ञान की अविरल धारा प्रवाहित की और उन्हें सतयुगी सृष्टि को रचने के निमित्त बनाया। सभी भाई बहनों ने ब्रह्मा बाबा को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करने की प्रतिज्ञा ली।  

Created On :   20 Jan 2023 4:29 PM IST

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