राष्ट्रसंत नर्सी नामदेव संस्थान में 60 करोड़ का घोटाला
डिजिटल डेस्क, हिंगोली। हिंगोली जिले के नर्सी कस्बे में राष्ट्रसंत नामदेव महाराज का जन्मस्थल है। राष्ट्रसंत नामदेव महाराज के जन्मस्थल को विकसित कर मंदिर का निर्माण किया गया है। इस संस्थान में 9 वर्षो में 60 करोड़ रुपये का घोटाला किऐ जाने का आरोप लगाकर सहायक धर्मादाय आयुक्त हिंगोली के आदेश पर तत्कालीन विश्वस्त पर नर्सी पुलिस थाने मेें जालसाजी का अपराध दर्ज किया गया है। हिंगोली तहसील के वैजापुर निवासी और श्री संत नामदेव संस्थान नर्सी के नियमित व्यवस्थापन विश्वस्त अंबादास सुखाजी गाडे ने 6 अपै्रल की देर रात नर्सी पुलिस थाने में शिकायत दी। शिकायत के अनुसार न्यायालय में चल रहे विवाद के चलते आरोपी नर्सी निवासी और वर्तमान में हिंगोली शहर के जीजामाता नगर में रह रहे सतीश नरहरराव विडोलकर को श्री संत नामदेव संस्थान नर्सी का अस्थाई विश्वस्त नियुक्त किया गया था। लेकिन सतीश विडोलकर ने 16 अगस्त 2008 से 29 जुलाई 2017 के बीच अपने आपको स्थाई सदस्य बताकर महाराष्ट्र एवं पंजाब के मंदिरो से दान में मिली रकम, अन्य दान में मिली रकम, दानपेटी में भक्तों द्वारा डाली रकम, बैंक में जमा रकम, रसीद का जाली हिसाब - किताब बनाकर 60 करोड़ का भ्रष्टाचार किया। प्रकरण में सहायक धर्मादाय आयुक्त हिंगोली ने 5 अपै्रल को जालसाजी का अपराध दर्ज करने के आदेश श्री संत नामदेव संस्थान नर्सी को दिये। सहायक धर्मादाय आयुक्त के आदेश पर अंबादास गाडे ने गुरुवार की देर रात दी शिकायत के आधार पर आरोपी सतीश विडोलकर पर नर्सी पुलिस थाने में अपराध दर्ज कर जांच सहायक पुलिस निरीक्षक नागरे कर रहे हैं।
Created On :   7 April 2023 4:06 PM IST