मराठों के पराक्रम के कारण दिल्ली का बादशाह नहीं बन सका अब्दाली : डॉ. संदीप महिंद

- भोपाल पहुँची पानीपत गौरवगाथा अभियान यात्रा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पुणे से पानीपत जा रही पानीपत गौरवगाथा अभियान यात्रा मंगलवार शाम भोपाल पहुंची। मराठों की वीरता एवं बलिदान का स्मरण कराते हुए तथा देश में पानीपत के ऐतहासिक युद्ध के बारे में जनजागरण करने के उद्देश्य से पुणे से यह यात्रा प्रारंभ हुई है। 6 जनवरी 2023 से निकली इस यात्रा में 3 राज्यों से सायकल सवार 10 युवतियाँ, 27 युवक तथा 60 दो पहियाँ वाहन चालक चल रहे हैं। 1535 किलोमीटर की दूरी तय कर ये यात्रा 14 जनवरी को पानीपत पहुंचेगी। वहां राष्ट्र अभिवादन समर्पण के साथ यात्रा का समापन होगा।
यात्रा के संयोजक डॉ संदीप महिन्द ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य पानीपत युध्द का स्मरण करना है। भारत के इतिहास में पानीपत के तीसरे युद्ध का बड़ा महत्व है। 14 जनवरी 2023 को इस युद्ध को 261 वर्ष पूर्ण हो रहे है। पानीपत का युद्ध हारा हुआ दिखाई देता है लेकिन वास्तव में इस युद्ध में बड़ी जीत मिली। इस युद्ध में अहमद शाह अब्दाली की सेना को विजय मिली थी किन्तु मराठों के पराक्रम के कारण न तो अब्दाली दिल्ली का बादशाह बन सका, न अपने किसी व्यक्ति को बादशाह बना पाया और न ही अपने करीबी नजीब को वजीर बना सका। उन्होंने बताया कि अब्दाली ने जीतने के बाद भी हारे हुए मराठों की सहमति से दिल्ली का बादशाह और प्रधानमंत्री नियुक्त किया। यानी अब्दाली जीतने के बाद भी अपनी मनमर्जी नहीं कर सका। ये युद्ध मराठों के शौर्य एवं पराक्रम की अद्भुद गाथा है। इस यात्रा में शामिल युवा जनजागरण करते हुए लोगों को देश के गौरवशाली इतिहास के इस प्रसंग के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
ये यात्रा 11 जनवरी 2023 बुधवार को रायसेन एवं विदिशा जिला में आ रही है। यात्रा के मार्ग पर पड़ने वाले प्रत्येक ग्राम में यात्रा का भव्य स्वागत एवं बड़े केंद्रों जैसे रायसेन, साँची, विदिशा, गुलाब गंज, गंजबसौदा, सिरोंज, पथरिया और महलुआ में संवाद सभाएँ आयोजित होंगीं।
Created On :   11 Jan 2023 5:31 PM IST