गणेशजी की विदाई के बेला पास आई,जगह-जगह लगे कृत्रिम टैंक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। घर-घर विराजे श्री गणेश की अब विदाई का समय आ गया है। सोमवार से विदाई का दौर शुरू हो गया है । फिलहाल शहर में फुटाला सहित सभी तालाबों को विसर्जन के लिए बंद कर दिया गया है। इस बार प्रशासन ने घरेलू गणपति को घर में और सार्वजनिक मंडलों की मूर्ति को ड्रम में विसर्जित करने का आह्वान किया है। फिर भी ऐहतियात के तौर पर प्रशासन ने फुटाला तालाब के दोनों ओर कृत्रिम टैंकों की संख्या बढ़ा दी है।
अमरावती रोड की तरफ पहले चार कृत्रिम टैंक थे, वहां 8 टैंक बढ़ा दिए हैं। वायुसेना मार्ग पर 2 कृत्रिम टैंक और 3 गड्ढे कर कृत्रिम तालाब तैयार किए थे। वहां 2 कृत्रिम टैंकों की संख्या में इजाफा किया है। लोग आह्वान के बावजूद मूर्ति विसर्जन के लिए बाहर निकल रहे हैं। जिसे देखते हुए कृत्रिम तालाबों की संख्या बढ़ाई गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार डेढ़ दिन से लेकर आठवें दिन तक मूर्ति विसर्जन की संख्या में 40% तक की कमी आने का दावा किया गया है। गत वर्ष 8 दिन में 2004 मूर्तियों का विसर्जन हुआ था, इस बार 8 दिन में सिर्फ 887 मूर्ति विसर्जित की गई हैं। अंतिम दिन मूर्तियों की संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए फुटाला पर 10 कृत्रिम टैंक बढ़ाए गए हैं।
हालांकि शहर में कृत्रिम तालाबों की संख्या 50% तक कम की जाएगी। पिछले साल 252 कृत्रिम टैंक लगाए गए थे। इस बार 125 से 130 तक यह संख्या रहने की संभावना है। गांधीसागर और सोनेगांव तालाब के पास कृत्रिम तालाब तैयार किए गए हैं। लोगों से इन तालाबों में विसर्जन करने का आह्वान किया गया है।
बढ़ रहा आने वालों का फ्लो
फुटाला में पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत मूर्ति विसर्जन की संख्या घटी है, लेकिन लोगों का आना जारी है। इस देखते हुए महापौर संदीप जोशी से फुटाला में कृत्रिम तालाब बढ़ाने की मांग की गई थी। इसे ध्यान में रखकर रविवार को 10 कृत्रिम टैंक बढ़ाएं गए हैं। -कौस्तव चटर्जी, संस्थापक, ग्रीन विजिल फाउंडेशन
विसर्जन रथ भी मंगवा सकते हैं
इसके अलावा सभी तालाबों के आस-पास कृत्रिम टैंक की व्यवस्था की जा रही है। नागरिकों की जरूरत को देखते हुए ‘विसर्जन रथ’ भी तैयार किया गया है। हर जोन में एक से दो विसर्जन रथ घूमेंगे। इसके लिए जोन स्तर पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। जरूरतमंद इस नंबर पर फोन कर विसर्जन रथ मंगवा सकते है। मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संजय निपाणे ने सभी सार्वजनिक मंडलों से आह्वान किया कि, वे अपने पंडाल के आस-पास कृत्रिम टैंक या ड्रम की व्यवस्था कर उसमें मूर्ति का विसर्जन करें। लोग भी बाहर न निकलें।
Created On :   31 Aug 2020 2:51 PM IST