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बीएमसी से भ्रष्टाचार खत्म करने भाजपा का महापौर जरुरीः राजहंस सिंह

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश की सबसे समृद्धिशाली महानगर पालिका मुंबई मनपा यानी बीएमसी चुनाव में महानगर के लाखों उत्तर भारतीय मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। उत्तर भारतीयों को अपने पक्ष में लामबंद करने में जुटी भाजपा ने एक बार फिर से उत्तरभारतीयों के सम्मेलन के लिए चौपाल की शुरुआत की है। पिछले साल मुंबई भाजपा का उत्तर भारतीय मोर्चा मुंबई महानगर में 1000 चौपाल लगाने का एलान किया था। पिछले साल 15 मार्च को मालाड में वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने इसका शुभारम्भ किया था। भाजपा विधायक व पार्टी के उत्तरभारतीय नेता राजहंस सिंह को उत्तरभारतीय चौपाल का संयोजक बनाया गया है। एक अंतराल के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब फिर से चौपाल का आयोजन शुरु हुआ है। मुंबई उत्तरभारतीय मोर्चा अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह की माने तो अब तक 740 चौपाल का आयोजन हो चुका है।
सांताक्रुज पूर्व के वाकोला स्थित शिवकृपा हाल में उत्तर भारतीय चौपाल में भाजपा विधायक राजहंस सिंह ने कहा कि आगामी महानगरपालिका चुनाव में शिवसेना के भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना है। उन्होंने कहा कि 30 वर्षों से शिवसेना बीएमसी की सत्ता पर काबिज है पर सड़कों की हालत देख कर बीएमसी में शिवसेना के भ्रष्टाचार का अंदाजा लगाया जा सकता है। मुंबई मनपा का भ्रष्टाचार तभी समाप्त हो सकता है जब बीएमसी में भाजपा का महापौर बैठे। इस मौके पर मुंबई भाजपा प्रवक्ता अजय सिंह ने मोदी सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश का विकास कर रहे हैं, उसी तरह उनके मार्गदर्शन मुंबई का विकास होगा। सिंह ने कहा कि भाजपा ने दिखाया है कि सरकारी कामकाज में कैसे भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकता है। आज पूरी दुनिया में मोदी जी के कामकाज की तारीफ होती है। मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कहा कि पहली बारिश में ही मुंबई की की सड़कें तालाब बन गई हैं।
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मंत्रिमंडल विस्तार पर उत्तरभारतीयों की नजर
लंबे समय तक कांग्रेस के परंपरागत मतदाता रहे मुंबई के उत्तरभारतीयों ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त मोदी लहर के चलते भाजपा का दामन थाम लिया था। तब से उत्तरभारतीय लोकसभा, विधानसभा व मनपा चुनावों में भाजपा के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। हालांकि उस लिहाज से भाजपा ने उत्तरभारतीयों को कभी प्रतिनिधित्व नहीं दिया। भाजपा इस बार किसी भी तरह बीएमसी पर कब्जा जमाना चाहती है। इसमें उत्तरभारतीय मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। राज्य में शिवसेना के बागी विधायकों के साथ सत्ता में आई भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार पर लोगों की नजर लगी है। कांग्रेस-राकांपा सरकारों के समय मंत्रिमंडल में उत्तरभारतीय नेताओं को जगह मिलती रही है। भाजपा की पिछली फडणवीस सरकार में भी उत्तर भारतीय विधायक विद्या ठाकुर को राज्य मंत्री बनाया गया था। हालांकि उनकी निष्क्रियता के चलते उत्तरभारतीय समाज उनसे नाराज रहा। फिलहाल भाजपा के पास दो उत्तरभारतीय विधायक हैं। ठाकुर के अलावा पार्टी ने हाल ही में राजहंस सिंह को विधान परिषद में भेजा है। ऐसे में समझा जा रहा है कि बीएमसी चुनाव के मद्देनजर भाजपा उत्तरभारतीय नेता को मंत्रिपरिषद में जगह दे सकती है।
Created On :   16 July 2022 7:13 PM IST