मुख्यमंत्री आवास के कर्मचारियों से घर खाली कराने पर भाजपा ने जताया एतराज

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा विधायक राम कदम ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास वर्षा में पूर्व की फडणवीस सरकार के समय से काम करने वाली महिला सेविकाओं को सेवक निवासस्थान खाली करने के संबंध में जारी नोटिस को अमानवीय करार दिया है। राज्य सरकार के पीडब्लूडी के कनिष्ठ अभियंता ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में कार्यरत महिला सेविकाओं को सेवक निवास रिक्त करने के लिए नोटिस भेजा है। इस पर मंगलवार को कदम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
कदम ने कहा है कि मुख्यमंत्री आवास वर्षा में चालीस- पचास वर्षों से रहने वाली सेविकाओं को कोरोना संकट में आवास खाली करने की नोटिस देना आश्चर्यजनक है। कोरोना संकट और बारिश के मौसम में महिला सेविकाओं को सड़क पर क्यों लाया जा रहा है? सरकार यह नोटिस वापस ले। कोरोनाकाल में संबंधित अधिकारी ने आखिर क्यों नोटिस जारी किया है? इसकी जांच करें। वहीं पीडब्लूडी के कनिष्ठ अभियंता ने 28 जुलाई को सेवक निवास स्थान में रहने वाली सेविका वर्षा मनवे, सुदेशना भानत, वैशाली जोशी, गंगूबाई वरक, रेणुका पालकर और कोकर को वर्षा में स्थित सरकारी सेवक निवास खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है।
नोटिस में कहा गया है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री फडणवीस ने 13 दिसंबर 2019 को अपने सरकारी बंगले वर्षा को खाली कर दिया था। इसके बाद फडणवीस के कार्यकाल के दौरान काम करने वाली महिला सेविकाओं को सेवक निवास स्थान खाली करने के लिए बार-बार मौखिक निर्देश दिया गया। लेकिन अभी तक सेवक निवास स्थान खाली नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सेवक निवास स्थान खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
Created On :   4 Aug 2020 4:20 PM IST