शहरी गरीबों के निवालों पर POS मशीन बनी मुसीबत, भटक रहे गरीब

Distribution of foodgrains through basis verification through POS machines
शहरी गरीबों के निवालों पर POS मशीन बनी मुसीबत, भटक रहे गरीब
शहरी गरीबों के निवालों पर POS मशीन बनी मुसीबत, भटक रहे गरीब

मुकेश मिश्रा, अनूपपुर। शासन द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में नए नियम के तहत पीओएस मशीनों के द्वारा आधार वेरीफिकेशन के जरिए खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है लेकिन नए नियम के चक्कर में नागरिकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कारण यह है कि दुकानों में हितग्राही के पहुंचने पर पीओएस मशीनों से आधार सत्यापन किया जाता है। इसके बाद सत्यापन होने पर दर्ज संख्या के अनुसार खाद्यान्न का वितरण राशन दुकानों से किया जाता है, लेकिन नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्र में आधार का सर्वर डाउन होने पर सत्यापन न होने के कारण लोगों को कई घंटों तक राशन दुकानों में सत्यापन के लिए इंतजार करना पड़ता है। इस समस्या पर विभाग भी कोई समाधान नहीं निकाल पा रहा है। जिस वजह से प्रत्येक माह राशन प्राप्त करने के लिए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

शासन द्वारा खाद्यान्न के वितरण में हो रही गड़बड़ी को रोकने के उद्देश्य से प्रत्येक हितग्राही का आधार से राशन वितरण करने के लिए आधार नम्बर फीड कर पीओएस मशीनों के जरिए खाद्यान्न का वितरण किए जाने के निर्देश जारी किए गए ताकि परिवार के सदस्य के अंगूठे के निशान लगने के बाद ही उसे पात्र होने पर खाद्यान्न का वितरण किया जाय। इसके तहत जिले  के नगरपालिका क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित उचित मूल्य की दुकानों में पीओएस मशीनों  के जरिए खाद्यान्न का वितरण करने के लिए पीओएस मशीन का वितरण उचित मूल्य दुकानों में किया गया और इसी के आधार पर दुकानों में खााद्यान्न का वितरण कई महीनों से जारी है लेकिन नए व्यवस्था में तकनीकी खमियां होने की वजह से नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए आधार सत्यापन कराने के बाद ही राशन दिया जा रहा है तथा   आधार का सर्वर खराब होने पर राशन का वितरण करने में कई घंटे विलंब का सामना लोगों को करना पड़ता है। 

जिले में 312 उचित मूल्य दुकान 

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 286 शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालित हैं। वहीं नगरीय क्षेत्रों में अनूपपुर में 4, बिजुरी में 8, कोतमा में 6, जैतहरी में 3, पसान में 3 तथा अमरकंटक में  2 दुकानें वर्तमान में संचालित हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में आफ लाइन मोड में खाद्यान्न का वितरण किया जाता है।  वहीं नगरीय क्षेत्रों में ऑनलाइन मोड पर खाद्यान्न का वितरण किए जाने की व्यवस्था विभाग द्वारा की गई है।

नेटवर्क न होने पर घंटो का इंतजार 

ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आफ लाइन मोड में पीओएस मशीनों का संचालन किया जाता है जिसके अंतर्गत इन दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा महीने में एक बार नेटवर्क क्षेत्र में पहुंचकर खाद्यान्न वितरण संबंधी डाटा अपलोड करते हुए दुकान में खाद्यान्न का आवंटन किया जाता है वहीं सबसे ज्यादा परेशानी नगरीय क्षेत्रों में है। जहां ऑनलाइन पीओएस मशीनों के द्वारा आधार सत्यापन के बाद खाद्यान्न का वितरण किया जाता है।जहां खाद्यान्न वितरण के समय सर्वर डाउन होने पर कई घंटों तक लाइन में खड़े रहकर लोगों को राशन आवंटन का इंतजार करना पड़ता है और आए दिन इस तरह की समस्या लोगों को झेलनी पड़ती है। जिसका कोई समाधान विभाग के पास नहीं है।

अनूपपुर के जिला खाद्य अधिकारी विपिन पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तो समस्या नहीं जाती लेकिन नगरीय क्षेत्रों मे आन लाइन संचालन की वजह से सर्वर न होने पर कई तरह की परेशानियां मिलने की शिकायतें आ रही हैं।

Created On :   4 July 2017 1:27 PM GMT

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