ईपीएफओ गेट पर अब भी ताला, परेशान लोगों ने किया हंगामा

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ईपीएफओ गेट पर अब भी ताला, परेशान लोगों ने किया हंगामा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अनलॉक की घोषणा के साथ ही सभी सरकारी दफ्तर खुल चुके हैं, लेकिन उमरेड रोड स्थित ईपीएफओ  कार्यालय के गेट पर अब भी ताला जड़ा रहता है। कार्यालय के भीतर आगंतुकों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं। ईपीएफ से संबंधित विविध कार्याें को संपन्न कराने पहुंचे लोगों की भीड़ ने इस कार्यालय के गेट के सामने जमकर हंगामा मचाया। 

- ईपीएफओ कार्यालय के दूरभाष क्रमांक पर संपर्क नहीं हो रहा है। 
- प्रतिलिपि पर जिम्मेदार अधिकारियों के हस्ताक्षर नहीं मिलते।
-गेट पर रखी पत्र पेटी में डाले गए आवेदनों की सुध नहीं। 
-कार्यालय के चक्कर काट-काटकर परेशान हो गए हैं

और सबसे बड़ी परेशानी... इस कार्यालय के गेट पर ताला लगाने का कारण भी स्पष्ट नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मौत के बाद मां को पेंशन : मृतका विनीता मिश्रा की बैंक के खाते में जमा हो रही पेंशन बंद करवाने के लिए  ईपीएफओ कार्यालय पहुंचे पुत्र विजयेंद्र मिश्रा ने बताया कि 11 जून को ईपीएफओ कार्यालय के गेट पर रखी पत्र पेटी में आवेदन छोड़ा था। साथ ही गेट पर तैनात गार्ड को भी आवेदन की प्रतिलिपि दी थी। गार्ड ने ही आवेदन की रिसीव कॉपी पर हस्ताक्षर कर दिए, साथ ही फोन नंबर भी लिख दिया। इस फोन नंबर पर बार-बार संपर्क का प्रयास किया, लेकिन किसी अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया। अब फिर मां के बैंक खाते में पेंशन जमा हो गई है। संबंधित अधिकारी से मिलने नहीं दिया जा रहा। कार्यालय के गेट पर ताला जड़ा रहता है। अब तक अनेक मर्तबा कार्यालय के चक्कर काटे हैं। काम नहीं हो रहा है।

खाता बंद करना है
मैं एक कंपनी मंें काम करता हूं। ईपीएफ का खाता बंद करना है। विगत लंबे समय से कार्यालय के चक्कर काट रहा हूं। गेट पर तैनात गार्ड कह रहा है कि हमें आवेदन दे दो। गार्ड को सौंपे गए आवेदन को संज्ञान में नहीं लिया गया, तो क्या करंेंगे। हमें कार्यालय में जाने नहीं दिया जा रहा। परेशानी हो रही है।
-सूरज यादव

बैंककर्मी ईपीएफओ भेज रहे
मेरे मोबाइल पर पेंशन संबंधी मैसेज आया है। पेंशन पाने के लिए बैंक में गया तो बैंक कर्मी ईपीएफओ कार्यालय से संपर्क करने की हिदायत दे रहे हैं। 3-4 घंटे से कार्यालय के गेट पर खड़ा रहा। संबंधित अधिकारी से समस्या पर चर्चा करने आया, लेकिन गार्ड ने भीतर प्रवेश नहीं करने नहीं दिया। यह कार्यालय बंद है या शुरू, कुछ पता नहीं चल रहा। गार्ड ने कहा-हमें लिखित आवेदन दे दो। हम अधिकारी को दे देंगे। कोई बात करने को तैयार नहीं है।
-सुधीर राऊत

Created On :   15 July 2021 11:13 AM IST

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