समाजसेवा के लिए नि:स्वार्थ समर्पित निर्णायक मंडल के सदस्यों का सत्कार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिस तरह नदियां समुद्र में मिलने से पहले अनेक जीवों को तृप्त करती हैं, वैसे ही समाज में कई लोग हैं, जो नि:स्वार्थ भाव से जनसेवा में लगे रहते हैं। दैनिक भास्कर के निर्णायक मंडल में भी ऐसी ही कई हस्तियां हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करते हुए भी समाजसेवा की डोर को थामे रखा। ऐसी ही विभूतियों का दैनिक भास्कर कार्यालय में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के हाथों सत्कार किया गया।
चिकित्सक के रूप में समाज से काफी सराहना बटोरने वाली डॉ. दाणी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल की डीन रही हैं, साथ ही साइंटिफिक एडवायजरी कमेटी की अध्यक्ष और आदिवासी स्वास्थ्य से जुड़े रिसर्च प्रोजेक्ट और "महान' ट्रस्ट की कंसल्टेंट पद की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
आकाशवाणी उद्घोषक और मंच संचालक के रूप में ख्याति प्राप्त किशन शर्मा 5 राष्ट्रपति, 3 उपराष्ट्रपति और 3 प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। गायक, संगीतकार, गीतकार, नाट्य कलाकार, लेखक और साक्षात्कारकर्ता के रूप में वे खासे लोकप्रिय हैं।
इंजीनियर के रूप में अमिताभ पावडे अहमदाबाद, गुवाहाटी और भोपाल हवाईअड्डों के निर्माण में सक्रीय रहे हैं। किसान आत्महत्याओं को देखते हुए उन्होंने इस समस्या को दूर करने के लिए काम शुरू किया। नौकरी से इस्तीफा देने के बाद खुद भी खेती शुरू की। किसान आत्महत्या निवारण, प्रौढ़ शिक्षा अभियान, जनमंच और अन्य सामाजिक सरोकार से जुड़े रहे हैं।
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की दुनिया के जाने माने नाम हैं। मल्टी मीडिया डीवीडी और किताबों के लिए काफी चर्चा में रहे हैं। लेट-अस-सी प्रोग्रामिंग किताब काफी चर्चित रही है। एक्सप्रेस कंप्यूटर्स में उनके स्तंभ चर्चित रहे हैं। देश-विदेश में अपनी अलग पहचान रखते हैं।
रचनात्मक सोच और मेहनत से उद्योग क्षेत्र में नाम कमाए। लीडरशिप स्किल्स के प्रशिक्षक के रूप में भी अपनी धाक जमाई। विदर्भ इकोनॉमिक डेवलपमेंट काउंसिल के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल चुके पारेख इंडियन जेसीज के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
सेवासदन शिक्षा संस्था से सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, डॉ. आंबेडकर शिक्षक नेता पुरस्कार से सम्मानित हैं। डाॅ. गिरीश गांधी फाउंडेशन की सचिव के रूप में कार्य करने का विशेष अनुभव है। रेडियो और दूरदर्शन के लिए उद्घोषक के रूप में कार्य कर चुकी हैं।
साहित्य के क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। कथा और कविता जैसी विधाओं में महारथ हासिल है। कई किताबें लिखीं और संपादन का भी अनुभव रखते हैं। कई साहित्य सम्मेलनों के सफल आयोजन का श्रेय भी जाता है। शैक्षणिक गतिविधियों में खासे सक्रिय हैं।
ये विशेष अतिथि उपस्थित थे
सलाहकार समिति में शामिल सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश विकास सिरपुरकर, चंद्रकांत पेंडके, श्वेता शेलगांवकर, एम.ए.कादर, एड. आसिफ कुरैशी, वंदना सोलंकी, अनिल गडेकर, डॉ. अविनाश रोडे, डॉ. सागर खादीवाला, सीए कैलाश जोगानी, डॉ. प्रमोद शर्मा और भगीरथ मुरारका उपस्थित थे।
Created On :   3 Jan 2023 6:50 PM IST