विश्व सौहार्द्र के लिए आपसी समन्वय हो - कैलाश सत्यार्थी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नोबल शांति पुरस्कार प्राप्त समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी ने सी-20 के शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए विश्व सौहार्द्र के लिए आपसी समन्वय बनाने का आह्वान किया है। सोमवार को होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित परिषद का उद्घाटन हुआ। संबोधन में कैलाश सत्यार्थी ने सी-20 की बैठक में अफ्रीकी देशों समेत अविकसित देशों के समुचित प्रतिनिधित्व नहीं देने पर चिंता जताई। कहा कि विश्व में करीब 43 अफ्रीकी देशों में जीवनावश्यक मानकों की बुरी स्थिति बनी हुई है। इन देशों को पूरे विश्व समुदाय ने मिलकर सहायता करनी चाहिए, ताकि विश्व कल्याण को सही मायनों में सार्थक किया जा सके। भारत में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, मध्यान्ह भोजन और वात्सल्य योजना जैसे कल्याणकारी अभियान के चलते विश्व में सबसे बेहतर सामाजिक उत्थान को पूरा किया जा रहा है। मानव कल्याण और न्याय की अवधारणा को स्थापित करने के लिए सभी को मिलकर सशक्त आवाज को बुलंद करना ही होगा। विश्व काे अब भी साथ मिलकर चलने की संकल्पना को लेकर जानकारी नहीं है, ऐसे में अब भारत को सभी को साथ लेकर चलने का पाठ सिखाना होगा।
गरीब देशों को महज 0.13% निधि
कैलाश सत्यार्थी ने कोरोना काल में गरीब देशों की बदहाल स्थिति का उल्लेख करते हुए आगे कहा कि कोरोना संक्रमण में विश्व स्तर पर सभी देशों में आपसी सहयोग को लेकर स्थिति बनी थी। प्रमुख देशों ने अर्थव्यवस्था को सहायता देने के लिहाज से करीब 11 ट्रीलियन लाख डॉलर्स की रकम को संकलित भी किया था, लेकिन इसमें से महज 0.13 फीसदी ही निधि को गरीब देशों के नागरिकों की सहायता में इस्तेमाल किया गया है।
53 बिलियन डॉलर्स से कल्याण
बच्चों के कल्याण की स्थिति का उल्लेख करते हुए कैलाश सत्यार्थी ने आगे कहा कि विश्व भर में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और बालश्रम को लेकर स्थिति बेहद खराब है। अफगानिस्तान जैसे देशों में अब भी लड़कियों की शिक्षा को लेकर स्थिति बेहद खराब है, अचानक तालिबानी कब्जा होने से मूलभूत अधिकार हाशिये पर आ जाते हैं। कोरोना काल में बच्चों के अनाथ होने को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने सलाह मांगते हुए कार्ययोजना बनाने का प्रस्ताव दिया था। इस पूरी योजना पर करीब 53 बिलियन डालर्स का खर्च को प्रसतावित किया गया था। यह राशि पूरे विश्व के 10 दिनों के सैन्य बजट के बराबर है, बावजूद इसके राशि का इंतजाम नहीं किया जा सका है।
संकट में मानवता
विभाजन नहीं एकता की जरुरत
सी-20 परिषद की अध्यक्षता कर रही मां अमृतानंदमयी देवी ने अपने संबोधन में कहा कि मानवता इस वक्त बड़े संकट से गुजर रही है। जिसे हम अब तक समझ नहीं पाए हैं। हमने कोरोना जैसी त्रासदी झेली। आगे भी कई चुनाैतियां होंगी। हमारा भविष्य तब ही सुरक्षित होगा, जब हम विभाजित वृत्ति को छोड़ एकजुट होकर कार्य करना शुरू करेंगे। इस समय विश्व को ऐसे नेताओं की जरूरत है, जो युद्ध की नहीं शांति की बात करते हों। इस वक्त विश्व को विभाजन की नहीं एकता की जरूरत है।
नागरिक समूह की बड़ी जिम्मेदारी
सी-20 2023 के शेरपा विजय नांबियार ने कहा कि नागरिक समूह संगठन एक जनप्रतिनिधि और जनभागीदारी वाली सरकार बनाने में मददगार होती है। वे सरकार को अधिक जिम्मेदार और नागरिकों को अधिक सहभागी बनाने में अहम भूमिका निभाती है। साथ ही राज्य की विकासात्मक नीतियों को अधिक व्यापक ओर असरदार बनाने में मदद करती है। जो भी सरकार सफल होना चाहती है, उसे इन नागरिक समूह संगठनों की मदद लेनी ही पड़ती है। यह परिषद भी इसी समन्वय को स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।
प्रारूप और उद्देश्य की जानकारी
रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के उपाध्यक्ष और सी-20 सचिवालय के संरक्षक विनय सहस्त्रबुधे ने अपने संबोधन में सी-20 परिषद के प्रारूप और उद्देश्य से संबंधित जानकारी दी। इस दौरान मंच पर उपस्थित अन्य वक्ता सी-20 2022 के शेरपा अहमद मफ्तुचन, अलेसांद्रा नीलो, कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद केंद्र की उपाध्यक्ष निवेदिता भिडे की उपस्थिति थीं।
आतिशबाजी ने लगाए चार चांद : फुटाला फाउंटेन को देख मेहमानों ने कहा-वाह
सी-20 परिषद में हिस्सा लेने पहुंचे प्रतिभागियों ने शाम के समय शहर के फुटाला तालाब पर फाउंटेन शो का आनंद लिया। संगीत की ताल पर विविध आकृतियां बनाती लहरों ने खूब आकर्षित किया। साथ ही शानदार आतिशबाजी ने चकित कर दिया। इसके पहले सभी प्रतिभागियों का ढोल बजा कर स्वागत किया गया। भेंट स्वरूप खादी का स्टोल भी दिया गया। विदेशी प्रतिभागियों के स्वागत के लिए उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस खुद उपस्थित थे। उनके साथ सी-20 परिषद की आयोजन समिति के संरक्षक डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी, जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, मनपा आयुक्त राधाकृष्ण बी., नागपुर सुधार प्रन्यास के सभापति मनोज कुमार सूर्यवंशी उपस्थित थे। कार्यक्रम में फाउंटेन शो में महानायक अमिताभ बच्चन की मोहक आवाज में नागपुर का गौरवशाली इतिहास बताया गया। संगीतकार ए. आर. रहमान के संगीत ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
Created On :   21 March 2023 1:26 PM IST












