गड़चिरोली की संस्कृति और भौगोलिक संरचना की जानकारी के लिए बनेगा गैजेट

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आदिवासी बहुल, अतिपिछड़े और सर्वाधिक नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले की परिपूर्ण जानकारी और चित्रों का गैजेट तैयार करने के लिए राज्य के गजेटियर विभाग के कार्यकारी संपादक और सचिव डाॅ. दिलीप बलसेकर ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिए है। जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित एक विशेष समीक्षा बैठक में उन्होंने जिले के गजेटियर के लिए विभिन्न प्रकार की जानकारी का अवलोकन किया। आने वाले छह माह की कालावधि में यह गजेटियर तैयार करने का नियोजन इस बैठक में किया गया। इस गजेटियर से गड़चिरोली जिले की परिपूर्ण जानकारी एक ही किताब के माध्यम से अब उपलब्ध होगी। बता दें कि, ब्रिटिशकाल से गजेटियर का उपयोग हो रहा है। जिस समय अंग्रेज शासनकाल के अधिकारी भारत पहंुचे थे, तब उन्होंने भी भारत के विभिन्न हिस्सों की जानकारी पाने के लिए भारत के गजेटियर का ही उपयोग किया था। आज भी किसी भी क्षेत्र की पुरानी जानकारी हासिल करने के लिए गैजेट का ही उपयोग किया जाता है।
हाईकोर्ट ने कुछ मामलों में अपना फैसला सुनाने के लिए गैजेट की मदद ली है। भविष्य के लिए गैजेट काफी उपयोगी होकर इसकी मदद से जिले की संस्कृति और भौगोलिक संरचना की जानकारी उपलब्ध होगी। इस कारण गड़चिरोली जिले की जानकारी इकट्ठा करते समय स्थानीय भूमिपूत्रों की मदद लेने की जानकारी इस समय डा. बलसेकर ने दी। गड़चिरोली जिले के इस गैजेट के लिए जिले के ऐतिहासिक स्थल, पर्यटन स्थल, ब्रिटिशकालीन वास्तूशिल्प के छायाचित्र आवश्यक होंगे। यह सभी जानकारी इकट्ठा करने के निर्देश इस समय डा. बलसेकर ने अधिकारियों ने दिये। समीक्षा बैठक के पूर्व निवासी उपजिलाधिकारी समाधान शेंडगे ने जिले की परिपूर्ण जानकारी उपस्थितों को दी। प्रस्तावना व उपस्थितों का अाभार जिला सूचना अधिकारी सचिन अडसूल ने किया। इस समय गोंडवाना विश्व विद्यालय के प्रा. नरेश मडावी ने गजेटियर की परिपूर्ण जानकारी डा. बलसेकर को दी।
Created On :   21 Jan 2023 7:03 PM IST