जीवन बचाना महत्वपूर्ण, कोरोना मृत्यु दर शून्य करने का प्रयास करेंगे -राधाकृष्णन

डिजिटल डेस्क,नागपुर। पूर्व आयुक्त तुकाराम मुंढे की गैरमौजूदगी में नए आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने पदभार ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने कोरोना स्थिति की समीक्षा की। राधाकृष्णन बी. ने कहा- जीवन बचाना महत्वपूर्ण है। मृत्यु के मामले शून्य करने का प्रयास करेंगे। हालांकि, यह मुश्किल है। फिर भी हम सभी को इसके लिए प्रयास करना होगा। मृत्यु दर को कम करने के लिए उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि मरीज तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे। स्थिति की समीक्षा में यह तथ्य सामने आया कि मरीज समय पर हॉस्पिटल नहीं आते। इस वजह से स्थिति बिगड़ रही है। मृत्यु दर बढ़ने की यही वजह है। उन्होंने कहा कि और क्या सुधार ला सकते हैं, मरीजों को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कैसे कर सकते है, इसपर भी विचार किया जा रहा है। उधर, अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, जलज शर्मा, संजय निपाणे और सहायक आयुक्त महेश धामेचा ने तुलसी का पौधा देकर नए आयुक्त का स्वागत किया।
जनता और जनप्रतिनिधि दोनों महत्वपूर्ण
तुकाराम मुंढे के कार्यकाल में सत्तापक्ष से लेकर जनप्रतिनिधियों का रोना रहा है कि आयुक्त में समन्वय का अभाव है। नए आयुक्त ने कहा कि सबको सुनना है। जनता और जनप्रतिनिधि दोनों महत्वपूर्ण हैं। सभी के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए बनेगी व्यवस्था : मनपा की आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने के बाद राधाकृष्णन ने कहा कि आर्थिक समस्याएं हैं। इसके लिए व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी। जहां-जहां कटौती संभव है, वहां की जाएगी। ऑड-ईवन को लेकर दुकानदारों द्वारा किए जा रहे विरोध पर आयुक्त ने गोलमोल जवाब दिया।
रविभवन में रुके हैं नए आयुक्त
फिलहाल मनपा आयुक्त के बंगले में तुकाराम मुंढे रुके हैं। वे 14 दिन के होम आइसोलेशन में हैं। इसलिए नए आयुक्त राधाकृष्णन बी. रविभवन शासकीय विश्रामगृह में रुके हैं।
बीएमसी का अनुभव काम आएगा
पत्रकारों से बात करते हुए नए आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने कहा- बीएमसी के कुछ हॉस्पिटल में मैंने काम किया है। वहां का अनुभव और जानकारी के आधार पर नागपुर में काम किया जाएगा। निजी अस्पताल कैसे ज्यादा से ज्यादा सुविधा उपलब्ध करा सकते हैं, इस पर जोर रहेगा। वरिष्ठ नागरिकों पर ध्यान देने की जरूरत है। होम आइसोलेशन या क्वारेंटाइन में सभी मरीजों के पास डॉक्टरों का पहुंचना संभव नहीं है, इसलिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर उन तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।
जांच कराने वाले नाम और नंबर गलत लिखवा रहे
अतिरिक्त आयुक्त जलज शर्मा ने कहा कि कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देखकर ध्यान में आ रहा है कि एक-एक व्यक्ति कई बार टेस्ट करा रहे हैं। रोजाना 10 प्रतिशत मामले ऐसे आ रहे हैं, जो दोबारा अपनी जांच करा रहे हैं। इसकी जरूरत नहीं है। अगर एक बार पॉजिटिव आता है तो उसे पॉजिटिव समझकर ही आगे बढ़ना चाहिए। विशेष यह कि लोग अपना पंजीयन करते समय उसमें नाम और नंबर भी गलत लिखवा रहे हैं। जिस कारण उनसे संपर्क करने में दिक्कतें आ रही हैं।
Created On :   29 Aug 2020 3:14 PM IST