मड आइलैंड स्टूडियो की फाइल आदित्य ठाकरे ने पास की थी

Madh Island Studios file was passed by Aditya Thackeray
मड आइलैंड स्टूडियो की फाइल आदित्य ठाकरे ने पास की थी
पड़ताल मड आइलैंड स्टूडियो की फाइल आदित्य ठाकरे ने पास की थी

 सोमदत्त शर्मा, मुंबई ।  मुंबई के मड आइलैंड में अवैध रूप से बने स्टूडियो को शुक्रवार को तो तोड़ दिया गया लेकिन सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है कि इन अवैध निर्माण के पीछे किसका हाथ था। दैनिक भास्कर की पड़ताल में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जिन स्टूडियो को सिर्फ छ महीने के लिए अस्थाई तौर पर इजाजत दी गई थी वह आखिर तक धड़ल्ले से अब तक चलते रहे। 

साल 2021 में जब पूरा देश कोरोना से जूझ रहा था उस समय मुंबई के मालाड मड में स्टूडियो का निर्माण चल रहा था। मड समंदर से सटा हुआ इलाका है लिहाजा अगर इस इलाके में कोई भी निर्माण किया जाता है तो उसकी महाराष्ट्र कोस्टल जोन मैनेजमेंट अथॉरिटी (एमसीजेडएमए) से इजाजत लेनी पड़ती है। दरअसल यह अथॉरिटी पर्यावरण मंत्रालय के अधीन काम करती है। उस समय महाविकास आघाडी (एमवीए) की राज्य में सरकार थी और आदित्य ठाकरे पर्यावरण मंत्री थे। भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने भी यही आरोप लगाया था कि आघाडी सरकार के कार्यकाल में ही इन स्टूडियो के निर्माण की इजाजत दी थी। 

स्टूडियो की फाइल आदित्य ठाकरे ने पास की थी 

तत्कालीन पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के पास साल 2020 में 11 स्टूडियो का प्रपोजल लेकर तभी के कैबिनेट मंत्री असलम शेख पहुंचे थे। आदित्य ठाकरे ने 24 फरवरी 2021 को एमसीजेडएमए की बैठक बुलाई और इसी बैठक में अवैध रूप से इन स्टूडियो के निर्माण को मंजूरी दे दी। नियम के अनुसार इन स्टूडियो को सितंबर 2021 में तोड़ देना चाहिए था लेकिन छ महीने के बाद इन सभी स्टूडियो को अगले छ महीने के लिए एक्सटेंशन दे दिया। यह सिलसिला साल 2022 तक चलता रहा। 

आघाडी सरकार ने नहीं की कोई कार्रवाई 

जिन स्टूडियो को हर छ महीने पर एक्सटेंशन मिलता रहा उनमें भाटिया बॉलीवुड स्टूडियो, एक्सप्रेशन स्टूडियो और बालाजी तिरुपति सिनेमा प्रमुख रहे। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि कोस्टल रेगुलेटरी जोन ( सीआरजेड) में निर्माण की इजाजत ही नहीं दी सकती। इसलिए सभी 11 स्टूडियो को अवैध रूप से अनुमति दी गई। इन अवैध निर्माणों की शिकायत भी हुई लेकिन राज्य में आघाडी सरकार होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। जैसे ही राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ तो शिंदे-फडणवीस सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिए। 

1000 करोड़ का है ये घोटाला- किरीट सोमैया 

इन स्टूडियो को जब से बनाने की इजाजत मिली थी तभी से इनमें बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग होती थी। सोमैया ने दावा किया था कि आदित्य ठाकरे और असलम शेख ने मिलकर एक हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया। सोमैया ने यह भी कहा था कि इन स्टूडियो से होने वाली कमाई में से विधायक आदित्य और असलम को भी हिस्सा जाता था। मामला सामने आने के बाद पहले यह हाई कोर्ट में पहुंचा इसके बाद राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने इन सभी स्टूडियो को अवैध करार दिया था जिसके बाद इनकी तोड़क कार्रवाई शुरू हुई। इन स्टूडियो में शूटिंग के दौरान सैकड़ों लोग काम किया करते थे लेकिन अब इन्हें तोड़े जाने के बाद उनकी आजीविका चलाने का भी संकट पैदा हो गया है।   
 

Created On :   8 April 2023 7:44 PM IST

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