फैसले की प्रति मिलने का इंतजार कर रही मुंबई पुलिस, मुख्यमंत्री से मिले डीजीपी-सीपी 

Mumbai Police waiting to get a copy of the verdict, DGP-CP met Chief Minister
फैसले की प्रति मिलने का इंतजार कर रही मुंबई पुलिस, मुख्यमंत्री से मिले डीजीपी-सीपी 
फैसले की प्रति मिलने का इंतजार कर रही मुंबई पुलिस, मुख्यमंत्री से मिले डीजीपी-सीपी 

डिजिटल डेस्क,मुंबई।  अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद मुंबई पुलिस के आला अधिकारी सकते में हैं। मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने कहा है कि अदालत के आदेश की कॉपी पढ़ने के बाद ही आगे की कार्यवाही पर फैसला लिया जाएगा। लेकिन फैसले के तुरंत बाद सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले पर विचार विमर्श किया और जांच के दौरान रह गईं खामियों को लेकर जांच से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों को फटकार भी लगाई। माना जा रहा है कि जांच में कमियों के चलते ही सर्वोच्च अदालत में महाराष्ट्र सरकार का पक्ष कमजोर पड़ा। इस बीच बुधवार की शाम राज्य के पुलिस महानिदेशक सुबोध जैसवाल और मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने  मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर चर्चा की। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि मुंबई पुलिस जांच में सीबीआई का पूरा सहयोग करेगी।   

 मुंबई पुलिस के सामने एक और मुश्किल यह है कि जांच से जुड़े अधिकारियों पर सबूत मिटाने के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में अगर जांच में यह बात सच साबित हुई तो मुंबई पुलिस की छवि को और धक्का लगेगा साथ ही बड़े अफसरों पर गाज भी गिर सकती है। बिहार पुलिस ने अब तक जो जांच की है उससे जुड़ी जानकारी सीबीआई को सौंप दी है। अब सीबीआई मुंबई पुलिस से केस की डायरी, 56 लोगों के दर्ज किए गए बयान, पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट की प्रति लेगी। मामले की छानबीन से जुड़े मुंबई पुलिस के अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम बातचीत कर सकती है। मुंबई पुलिस के आला अधिकारियों ने इन सभी मुद्दों पर बातचीत की और यह रणनीति बनाने की कोशिश की कि खराब हो चुकी मुंबई पुलिस की छवि को और धक्का न लगे। वहीं महाराष्ट्र सरकार के वकील ने फैसले को चुनौती देने की बात की है लेकिन पुलिस अधिकारियोंं को अब ज्यादा उम्मीद नहीं है।

दिशा से भटक गई थी जांच
मुंबई पुलिस के कई आला अधिकारी अनौपचारिक बातचीत में स्वीकार किया कि मामले में जांच की दिशा भटक गई थी। कई अधिकारी इस मामले में गृहमंत्री अनिल देशमुख के लगातार आ रहे बयानों से भी खुश नहीं थे क्योंकि जाने -अनजाने इससे जांच की दिशा तय हो रही थी। बिहार में एफआईआर दर्ज किए जाने से पहले तो सबूत के अभाव में मुंबई पुलिस जांच बंद करने की तैयारी कर रही थी। लेकिन बिहार पुलिस के मुंबई पहुंचते ही जांच की दिशा बदल गई और भाई भतीजावाद के आरोपी बॉलीवुड सेलिब्रिटीज की जगह सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया आरोपों के घेरे में आ गई। मुंबई पुलिस के जांच अधिकारियों को समझ नहीं आ रहा था कि वे अब आगे जांच किस दिशा में करें। जिस व्यावसायिक रंजिश को वे खोज रहे थे उसके कोई सबूत नहीं मिले थे। इसलिए जांच लगभग पूरी तरह ठप हो चुकी थी। सरकार भले सुप्रीम कोर्ट में जांच मुंबई पुलिस को सौंपने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही थी। पर मुंबई पुलिस पहले ही हथियार डाल चुकी थी और इस मामले से जान छूटने का इंतजार कर रही थी।

सीबीआई ने शुरू की तैयारी
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम गुरूवार या शुक्रवार को मुंबई पहुंच सकती है। इससे पहले सीबीआई के मुंबई स्थित ऑफिस में तैनात सीबीआई अफसरों की कोरोना संक्रमण के लिए जांच की गई है साथ ही ऑफिस भी सेनेटाइज किया जा रहा है।

सीबीआई के सामने पेश होंगी रिया
सुशांत मौत मामले में आरोपों के घेरे में आई अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने बयान जारी कर कहा है कि रिया जांच का सामना करने के लिए सीबीआई के सामने पेश होंगी। उन्होंने खुद केंद्रीय जांच एजेंसी से मामले की छानबीन की अपील की थी। अब अदालत ने संविधान के आर्टिकल 142 के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है  तो वे मुंबई पुलिस और ईडी की तरह सीबीआई की जांच में भी सहयोग करेंगी। मानशिंदे के मुताबिक रिया ने कहा है कि सच उसी तरह बरकरार रहेगा इसकी जांच चाहे जो एजेंसी कर ले। 
 

Created On :   19 Aug 2020 1:33 PM GMT

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