मिट्टी का तेल छिड़ककर मंत्रालय के बाहर आत्महत्या की कोशिश

mumbai try to suicide outside the ministry by sprinkling kerosene oil
मिट्टी का तेल छिड़ककर मंत्रालय के बाहर आत्महत्या की कोशिश
मिट्टी का तेल छिड़ककर मंत्रालय के बाहर आत्महत्या की कोशिश

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मंत्रालय के बाहर एक और शख्स ने आत्महत्या की कोशिश की है। धुले के बबन झोटे नाम के शख्स ने सोमवार दोपहर अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को जलाने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते उसे रोक लिया। झोटे का आरोप है कि धुले महानगर पालिका में 1989 में घोटाला हुआ है और इसकी सीआईडी के जरिए जांच कराई जानी चाहिए।

झोटे के पास से एक पत्र बरामद हुआ है जो उसने मुख्यमंत्री सचिवालय को लिखा है। इसमें झोटे ने लिखा है कि 1989 में भर्ती घोटाले की सीआईडी जांच एक महीने के भीतर नहीं शुरू हुई तो वह अपने दो साथियों के साथ मंत्रालय के सामने आत्मदाह करेगा। इसके लिए सरकार और धुले मनपा प्रशासन जिम्मेदार होंगे। पत्र में दावा किया गया है कि साल 1989 में पिछड़ा वर्ग सरलभर्ती में बड़ा घोटाला हुआ है।

झोटे का आरोप है कि नगराध्यक्ष और नगरसेवक के रिश्तेदारों की फर्जी तरीके से भर्ती कर ली गई जबकि उनकी तरह सही तरीके से इंटरव्यू होने के बावजूद वे और उनके साथी 15-16 साल से नौकरी से वंचित हैं। झोटे के मुताबिक उसने साथ तीन कर्मचारियों ने 2001 से 2013 तक सरकार से संघर्ष किया। न्याय नहीं मिला तो श्रम न्यायालय में दावा दाखिल किया गया। पुख्ता सबूतों के आधार पर 29 दिसंबर 2015 को अदालत ने हमारे पक्ष में फैसला दिया।

इसके मुताबिक धुले मनपा को हमें सेवा में लेना था। लेकिन आस्थापना प्रमुख एनपी सोनार ने हमसे पैसों की मांग की। पैसे न देने पर सोनार ने वरिष्ठ अधिकारियों को गलत जानकारी दी और धुले मनपा ने श्रम न्यायालय के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी। उच्च न्यायालय में भी गलत जानकारी दी गई जिसके आधार पर हमारी नियुक्ति को बैकडोर इंट्री बताकर अवैध ठहरा दिया गया। झोटे ने इस पूरे मामले की सीआईडी जांच की मांग की है। वहीं मंत्रालय के सामने आत्महत्या की कोशिश के बाद मरीन ड्राइव पुलिस झोटे को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ में जुटी हुई थी।

 

 

Created On :   11 Jun 2018 7:10 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story